विवेकानंद शुक्ला बने नये कुलसचिव
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में कॉपी खरीद को लेकर जारी विवाद में कुलसचिव डॉ एपी मिश्र को अपनी कुरसी गंवानी पड़ी है. उनकी जगह इतिहास विभाग के प्रो डॉ विवेकानंद शुक्ला को नया कुलसचिव नियुक्त किया गया है. सोमवार की देर शाम उन्होंने कुलपति डॉ रवि वर्मा, प्रतिकुलपति डॉ राजेंद्र मिश्र सहित अन्य अधिकारियों की […]
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में कॉपी खरीद को लेकर जारी विवाद में कुलसचिव डॉ एपी मिश्र को अपनी कुरसी गंवानी पड़ी है. उनकी जगह इतिहास विभाग के प्रो डॉ विवेकानंद शुक्ला को नया कुलसचिव नियुक्त किया गया है.
सोमवार की देर शाम उन्होंने कुलपति डॉ रवि वर्मा, प्रतिकुलपति डॉ राजेंद्र मिश्र सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में अपना पदभार ग्रहण किया. डॉ मिश्र करीब 22 माह तक अपने पद पर बने रहे. उनका कार्यकाल हमेशा विवादों में घिरा रहा. पर सबसे ज्यादा विवाद स्नातक पार्ट वन की कंप्यूटराइज्ड कॉपी खरीद को लेकर हुआ.
कॉपी खरीद में नियमों की अनदेखी के कारण स्नातक पार्ट वन के 95 हजार छात्रों का रिजल्ट महीनों तक अधर में रहा. बाद में संबंधित एजेंसी ने रिजल्ट जारी किया, पर बिना भुगतान के अंक पत्र देने से इनकार कर दिया. मामले को सुलझाने के लिए कुलपति डॉ रवि वर्मा ने राज्य सरकार व राजभवन से दिशा-निर्देश मांगा था. बाद में कुलपति डॉ रवि वर्मा व प्रतिकुलपति डॉ राजेंद्र मिश्र ने इस मुद्दे पर राज्यपाल डीवाई पाटिल से भी मुलाकात की.
वहां से लौटने के बाद कुलपति ने आनन-फानन में परीक्षा बोर्ड की बैठक बुलायी, जिसमें एजेंसी की ओर से उपलब्ध कराये गये सीडी व टीआर के आधार पर विवि ने खुद स्नातक पार्ट वन का अंक पत्र बनाने का फैसला लिया. ऐसा माना जा रहा है कि कुलपति व प्रतिकुलपति को राज्यपाल की ओर से दोषी अधिकारियों को हटाये जाने की हरी झंडी दे दी गयी थी. लौटने के बाद खुद कुलपति डॉ रवि वर्मा ने नये कुलसचिव का पैनल राज्यपाल के पास भेजा था. सोमवार को राजभवन से डॉ विवेकानंद शुक्ला के नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया गया.