अपहरण का केस उठाने से मना करने पर हमला, तीन घायल
स्थानीय जनप्रतिनिधि के परिजनों पर लगा मारपीट का आरोप मौके पर पहुंची पुलिस ने एक को लिया हिरासत में किसी पक्ष ने थाने में नहीं दिया है लिखित आवेदन मुजफ्फरपुर : लड़की के अपहरण से संबंधित दर्ज केस उठाने से इनकार करने पर नगर थाना के योगियामठ में रविवार को एक जनप्रतिनिधि व उनके परिजनों […]
स्थानीय जनप्रतिनिधि के परिजनों पर लगा मारपीट का आरोप
मौके पर पहुंची पुलिस ने एक को लिया हिरासत में
किसी पक्ष ने थाने में नहीं दिया है लिखित आवेदन
मुजफ्फरपुर : लड़की के अपहरण से संबंधित दर्ज केस उठाने से इनकार करने पर नगर थाना के योगियामठ में रविवार को एक जनप्रतिनिधि व उनके परिजनों ने ओम सहनी के घर पर हमला कर दिया. लाठी-डंडे से लैस हमलावर ओम सहनी की पत्नी, बेटी व दो बेटों को पीटकर घायल कर दिया. इस दौरान उसके घर में तोड़फोड़ भी की गयी. मामले की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पुलिस भी पहुंची. पुलिस जीप देखते ही सभी हमलावर मौके से भाग निकले. हालांकि हमले में शामिल एक व्यक्ति के हिरासत में लिये जाने की बात बतायी जाती है. नगर थाना की पुलिस घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया है. इस मामले में किसी पक्ष ने थाने में शिकायत दर्ज नहीं करायी है. पुलिस का कहना है कि घायलों के बयान और पीड़ित के आवेदन पर आगे की कार्रवाई होगी.
इस घटना को लेकर जोगिया मठ मुहल्ले में तनाव है. देर शाम तक दोनों पक्ष के लोग थाने पर जमे रहे. ओम सहनी की पत्नी आरती देवी ने पुलिस को बताया कि उसके पति ठेला चला कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं. पति ठेला चलाने गये थे. इसी बीच दोपहर में अचानक स्थानीय जनप्रतिनिधि व उनके पुत्र के साथ कुछ अज्ञात लोग घर में घुस गये. पूरे परिवार को लाडी-डंडे से मारना-पीटना शुरू कर दिया. हमलावर उसकी बेटी को घसीटकर बाहर ले जाने लगे. लेकिन जब आसपास के लोगों ने विरोध किया तो बच्ची को छोड़ दिया. घटना की सूचना पुलिस को दी गयी. पुलिस के पहुंचते ही सभी हमलावर भाग गये.
केस सुलह करने का दे रहे दबाव
आरती देवी ने बताया कि 30 जून को आरोपितों ने उसकी बेटी का अपहरण कर लिया था. उक्त मामले मामले को सामाजिक स्तर पर खत्म करने की बात आरोपियों ने कहा था. लेकिन ऐसा नहीं हो सका तो सात जुलाई को आरापितों के खिलाफ नगर थाने में अपहरण का केस दर्ज करायी गयी थी. इसके बाद आरोपित बौखला गये और तरह-तरह की धमकी देने लगे. इधर कई दिनों से केस उठाने का दबाव दिया जा रहा था. साथ ही इनकार करने पर जान से मार देने की चेतावनी भी दी जा रही थी. थानेदार केपी सिंह ने बताया कि इस मामले में अभी तक किसी पक्ष ने लिखित शिकायत नहीं की है. शिकायत मिलने पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी. शांति-व्यवस्था बहाल रखने के लिए मौके पर पुलिस गश्त जारी है.