एटीएम फ्राॅड का भरती बोर्ड खोल रहा था पंकज

गिरोह में शामिल सदस्यों को देता है कमीशन चार वर्षों में एक करोड़ से भी अधिक का कर चुका है साइबर फ्रॉड संपत्ति जब्ती की कार्रवाई करेगी पुलिस मुजफ्फरपुर : एटीएम फ्राॅड का सरगना पंकज चार साल के दौरान एक करोड़ से अधिक की संपत्ति अर्जित कर चुका है. पुलिस उसकी संपत्ति जब्ती की कार्रवाई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2017 2:51 AM

गिरोह में शामिल सदस्यों को देता है कमीशन

चार वर्षों में एक करोड़ से भी अधिक का कर चुका है साइबर फ्रॉड
संपत्ति जब्ती की कार्रवाई करेगी पुलिस
मुजफ्फरपुर : एटीएम फ्राॅड का सरगना पंकज चार साल के दौरान एक करोड़ से अधिक की संपत्ति अर्जित कर चुका है. पुलिस उसकी संपत्ति जब्ती की कार्रवाई भी करेगी. उसके गिरोह में 50 से अधिक सदस्य है. वह अक्सर भोले-भाले छात्रों को झांसा देकर गिरोह में शामिल करता है. उसने पीबीएम नाम से भरती बोर्ड खाेल रखा है. जिसमें ठगी की ट्रेनिंग देने के साथ गिरोह के सदस्यों को कमीशन देता है. देश के कई राज्यों में फैले उसके गिरोह सदस्य लगातार घटना को अंजाम देकर पुलिस की नींद उड़ा रहे हैं.
ये हैं गिरोह में शामिल
रमेश बैठा (रेपुरा,मीनापुर), गुड्ड बैठा ,प्रकाश कुमार,उदय कुमार, सुजीत कुमार, केशव कुमार, संदीप कुमार, आदित्य कुमार(मानेसर,मीनापुर), सोनेलाल साह (जामिन मठिया), राकेश कुमार, धर्मनाथ सहनी, सुजीत कुमार, विकास कुमार, देवनाथ सहनी, दीपक कुमार, विकास कुमार, विशाल कुमार, राजेश राय,राजा राय, राजन राय, मनोज सहनी, विजेंद्र कुमार, चंदन कुमार, अनुज कुमार, रमेश कुमार धर्मनाथ सहनी (मधुबन कांटी, मीनापुर), नीतेश कुमार (रमतोमहा, मीनापुर), गोलू (अहियापुर), जितेंद्र कुमार,सुधीर कुमार,चंदन कुमार (विशुनपुर चांद पांडे), राजेश राय (पानापुर, कांटी), अभिज्ञान सत्यम(बखरी,मीनापुर), बब्लू,पंकज, (मठिया,मीनापुर), अजय कुमार ठाकुर, रवि कुमार, ठाकुर(पताही,सदर ),सुनील साह,कुंदन सिंह,बंटी सिंह,प्रकाश कुमार पासवान, रंजीत राय (कांटी), प्रकाश कुमार(सरैया) ,सन्नी कुमार (जीरो माइल, अहियापुर),राकेश राय (अतरदह, सदर), अर्जुन राय (देवरिया),उदय सिंह(भगवानपुर, सदर),वैभव सिंह (रेवाघाट, सरैया), विक्की कुमार (कलवारी, कांटी), अनिल कुमार (चकिया, पूर्वी चंपारण) पीबीएम के सदस्य है.
कई राज्यों में कर चुका है ठगी
पंकज ने बताया कि उसकेसदस्य देश के कई राज्यों में एटीएम फ्राॅड के आपराधिक वारदात को अंजाम दे चुके है. नोटबंदी के बाद इस धंधे में तेजी आयी है. फिलहाल निकासी से ज्यादा राशि के स्थानांतरण का निर्देश दिया गया है. हर माह साठ लाख से अधिक की राशि की ठगी की जा रही है.
जेल जाने से पहले पंकज ने पुलिस से कहा कि अगर उसे मौका मिले तो वह एटीएम फ्राॅड की वारदात को बंद करा देगा. इसके लिए उसने उचित व्यवस्था और पुलिस का सहयोग मांगा. उसने कहा कि देश में इस तरह के अापराधिक वारदात को अंजाम देने में सैकड़ों नौजवान लगे हैं.
रसायनशास्त्र से कर चुका है ऑनर्स
विज्ञान का मेधावी छात्र पंकज सहनी केमेस्ट्री विषय से ऑनर्स कर चुका है. वर्ष 2014 में 68 प्रतिशत नंबर से पास पंकज की इंजीनियर बनाने की इच्छा थी. पढ़ाई के दौरान ही 6 नवंबर 2010 को उसने प्रेम विवाह कर लिया. विवाह के बाद पारिवारिक खर्च के लिए जब उसे रुपयों की जरुरत हुई तो नौकरी करने की सोचा. काफी प्रयास करने के बाद भी जब नौकरी नहीं मिला तो अपराधी बन गया. पंकज ने खुलासा किया कि एटीएम ठगी का वह ट्रेनिंग ले चुका है. उसकी तलाश बेतिया,मोतिहारी,हाजीपुर,दरभंगा,मधुबनी,सीतामढ़ी व शिवहर पुलिस को भी है.

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