32 कर्मियों से वसूले जाये “80.76 लाख
महालेखाकार ने नगर निगम को दिया निर्देश नगर निगम में नियमों की अनदेखी कर 32 कर्मियों को वेतनवृद्धि का लाभ दिया गया है. ऑडिट रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है. मुजफ्फरपुर : नगर निगम में गड़बड़ी व घोटाला करने की परंपरा सालों से चली आ रही है. इसी का परिणाम है कि बिहार सरकारी सेवक […]
महालेखाकार ने नगर निगम को दिया निर्देश
नगर निगम में नियमों की अनदेखी कर 32 कर्मियों को वेतनवृद्धि का लाभ दिया गया है. ऑडिट रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है.
मुजफ्फरपुर : नगर निगम में गड़बड़ी व घोटाला करने की परंपरा सालों से चली आ रही है. इसी का परिणाम है कि बिहार सरकारी सेवक नियमावली 1968 को ताक पर रख तृतीय श्रेणी के 32 कर्मियों को वेतनवृद्धि का लाभ देकर उन्हें अवैध राशि का भुगतान कर दिया गया है. ऑडिट के दौरान जब मामला खुला, तब बिना हिंदी टिप्पण एवं प्रारूपण परीक्षा उतीर्ण किये वेतन वृद्धि का लाभ लेनेवाले 32 कर्मियों से 80.76 लाख रुपये वसूली का निर्देश महालेखाकार की ओर से दी गयी है.
नगर आयुक्त से तीन दिनों के अंदर जवाब भी मांगा गया.
हालांकि, महालेखाकार के सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी राजीव कुमार झा के नगर आयुक्त को पत्र लिखे पांच माह से अधिक का समय बीत गया है, लेकिन आजतक कर्मियों से राशि वसूली को लेकर निगम ने कोई पहल नहीं शुरू की है. इससे जहां एक ओर निगम प्रशासन के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा हो गया है, दूसरी ओर हिंदी टिप्पण एवं प्रारूपण परीक्षा पास कर्मियों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है.