मोतीपुर में उपवितरणी का बांध टूटा, 20 हेक्टेयर में फसल डूबी

मोतीपुर: मोतीपुर प्रखंड के हरदी गांव के पास तिरहुत मुख्य नहर से निकलने वाली जैतपुर उपवितरणी में दो दिनों से हो रहे रिसाव के बाद उपवितरणी का दायां तटबंध मंगलवार की सुबह 79.5 आर डी के समीप टूट गया. यह तटबंध करीब 10 फुट में टूटा है. 20 हेक्टेयर से अधिक भूमि में लगे धान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2017 11:32 AM

मोतीपुर: मोतीपुर प्रखंड के हरदी गांव के पास तिरहुत मुख्य नहर से निकलने वाली जैतपुर उपवितरणी में दो दिनों से हो रहे रिसाव के बाद उपवितरणी का दायां तटबंध मंगलवार की सुबह 79.5 आर डी के समीप टूट गया. यह तटबंध करीब 10 फुट में टूटा है. 20 हेक्टेयर से अधिक भूमि में लगे धान की फसल पूरी तरह से पानी में डूब गयी है.

सूचना मिलने पर टूटे तटबंध का जायजा लेने मौके पहुंचे जल संसाधन विभाग के अभियंताओं की टीम को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा. इस दौरान टीम में शामिल पदाधिकारियों को किसानों ने घंटों घेरे रखा. आक्रोशित लोग पानी से हुई फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे की मांग कर रहे रहे थे. लोगों के भारी विरोध के बावजूद अभियंताओं की टीम ने टूटे तटबन्ध के मरम्मती का कार्य शुरू कर दिया है.

जानकारी के अनुसार दो दिनों से उक्त जगह पर बांध से पाणिंका रिसाव हो रहा था. ग्रामीणों का कहना है कि उन लोगों ने इसकी सूचना विभाग के पदाधिकारियों की दी थी. बावजूद इसके पदाधिकारी ने इसे गम्भीरता से नहीं लिया. अब बांध टूटने से किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गयी है. ग्रामीणों ने इसकी सूचना विभाग के कर्मचारी बालेंद्र सिंह और स्थानीय मुखिया आलोक सिंह को दी. मुखिया ने इसकी सूचना अंचलाधिकारी शिवाजी सिंह, विभागीय सहायक अभियंता को दी. ग्रामीण अपने स्तर से भी टूट बांध की मरम्मती के कार्य में जुट

गये हैं. तबतक अभियंताओं की टीम जिसमे कार्यपालक अभियंता सुनील सिह, अधीक्षण अभियंताआ अशोक चौधरी, सहायक अभियंताआ सतीश कुमार, जुल्फिकार हैदर भी मौके पर पहुंचे. अभियंताओं की टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों का आरोप था कि अगर विभाग पहले ही तत्पर होता तो आज बांध नहीं टूटता. लोग मुआवजे की मांग कर रहे थे.

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