एसकेएमसीएच में खुलेगा कैंसर अस्पताल
मुजफ्फरपुर: उत्तर बिहार के एम्स कहे जानेवाले एसकेएमसीएच अस्पताल में जल्द ही कैंसर पीड़िताें के लिए अलग अस्पताल खुलेगा. इसके लिए सरकार ने मुंबई के टाटा कैंसर इंस्टीच्यूट को अस्पताल खोलने की स्वीकृति दे दी है. यह अस्पताल इलाज की अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. टाटा कैंसर इंस्टीच्यूट यहां प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत काम करेगा. […]
मुजफ्फरपुर: उत्तर बिहार के एम्स कहे जानेवाले एसकेएमसीएच अस्पताल में जल्द ही कैंसर पीड़िताें के लिए अलग अस्पताल खुलेगा. इसके लिए सरकार ने मुंबई के टाटा कैंसर इंस्टीच्यूट को अस्पताल खोलने की स्वीकृति दे दी है. यह अस्पताल इलाज की अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. टाटा कैंसर इंस्टीच्यूट यहां प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत काम करेगा. एसकेएमसीएच में यह अस्पताल खुलने से उत्तर बिहार के कैंसर पीड़ितों को बड़ी राहत मिलेगी. उन्हें इलाज के लिए अब मुंबई, पटना व दिल्ली का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा.
अस्पताल भवन के लिए स्थल चयन आज
एसकेएमसीएच के प्राचार्य डॉ विकास कुमार ने बताया कि गुरुवार को मुंबई टाटा कैंसर इंस्टीच्यूट के अधिकारी यहां आयेंगे. इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय से पत्र प्राप्त हो चुका है. अस्पताल खोलने के लिए लगभग एक एकड़ जमीन की जरूरत है. टाटा इंस्टीच्यूट के अधिकारी यहां जमीन देखेंगे. उन्हें अस्पताल के लिए जिस तरफ जमीन की जरूरत होगी, दिया जायेगा. भूमि चयन होने के बाद दो वर्ष के अंदर कैंसर अस्पताल भवन बन कर तैयार हो जायेगा.
सुविधा के अभाव में बंद है कीमोथेरेपी : एसकेएमसीएच में एक वर्ष पूर्व कीमोथेरेपी के लिए पटना से एक डॉक्टर को प्रतिनियुक्त किया गया था. तीन माह तक वे दूसरे विभाग में सेवा देते रहे, लेकिन यहां इलाज के लिए संसाधन नहीं मिलने के कारण वे पटना लौट गये. इसके बाद से कैंसर के इलाज के लिए दुबारा पहल नहीं की गयी. हालांकि अब यहां टाटा इंस्टीच्यूट की ओर से कैंसर अस्पताल खुलने की स्वीकृति पर डॉक्टर भी खुश नजर आ रहे हैं.