काम कराना है तो दीजिए 500 रुपये

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विवि में बंदी के कारण बिचाैलियाें का रेट बढ़ गया है. पहले जहां 200 रुपये में काम हो जाता था, अब उसी काम के लिए बिचौलिये 500 रुपये वसूल रहे हैं. वसूली के बाद छात्रों को अपना मोबाइल नंबर दे रहे हैं. पिछले दिनों विवि के परीक्षा विभाग में एक बिचौलिये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2017 3:35 AM

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विवि में बंदी के कारण बिचाैलियाें का रेट बढ़ गया है. पहले जहां 200 रुपये में काम हो जाता था, अब उसी काम के लिए बिचौलिये 500 रुपये वसूल रहे हैं. वसूली के बाद छात्रों को अपना मोबाइल नंबर दे रहे हैं. पिछले दिनों विवि के परीक्षा विभाग में एक बिचौलिये को छात्रों ने रंगेहाथ पकड़ा था. विवि ने उसे वाॅर्निंग देते हुए छोड़ दिया था. इसके बावजूद विवि में बिचौलियों की सक्रियता कम नहीं हुई, बल्कि और बढ़ गयी है.

बंदी में बढ़ गया रेट :
पहले रिजल्ट पेंडिंग से लेकर डिग्री निकलवाने सहित अन्य काम के लिए 200 से 300 रुपये लिये जाते थे. अब यह रेट बढ़ कर 500 से 700 रुपये हो गया है. विवि सूत्रों की मानें, तो बिचौलिये संबंधित विभाग के कर्मियों से बंंदी के दौरान घर पर संपर्क साध रहे हैं. इन बिचौलियों की सेटिंग इतनी तगड़ी है कि दूर-दराज से आनेवाले छात्र इन्हें ही विवि का कर्मचारी समझते हैं.
बाहर से आनेवाले छात्र बन रहे निशाना : बिचौलिये दूरदराज से आनेवाले छात्रों को ही निशाना बनाते हैं. सीतामढ़ी, बेतिया, मधुबनी आदि जिलों से आनेवाले छात्र इनका शिकार होते हैं. सीतामढ़ी से डिग्री निकलवाने आये छात्र सौरभ कुमार ने बताया कि पिछले चार-पांच दिनों से लगातार विवि का चक्कर काट रहा हूं, लेकिन बंदी के कारण परेशान होना पड़ रहा है.
विविबंदी में बढ़ा बिचौलियों का रेट
सीतामढ़ी, बेतिया, मधुबनी आदि जिलों से आनेवाले छात्र बन रहे बिचौलियों के शिकार
500 से 700 रुपये लेकर विविकर्मियों के घर पर संपर्क कर करा रहे काम
विश्वविद्यालय छात्रों के लिए ही है. अगर किसी काम छात्रों का नहीं होता है, तो वह तत्काल संबंधित विभाग के अधिकारियों से संपर्क करें.
डॉ अमरेंद्र नारायण यादव, वीसी

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