…जब शहीद खुदीराम बोस को सलामी देते वक्त बंदूक ने दिया धोखा, देखें वीडियो
मुजफ्फरपुर : कम उम्र में ही अपने सपने को देश के लिए कुर्बान कर देने वाले अमर शहीद खुदीराम बोस की 110वें शहादत दिवस को पारंपरिक तरीके से मनाया गया. 11 अगस्त 1908 को मुजफ्फरपुर केंद्रीय कारा में फांसी पर चढ़े खुदीराम बोस के श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर शहर के […]
मुजफ्फरपुर : कम उम्र में ही अपने सपने को देश के लिए कुर्बान कर देने वाले अमर शहीद खुदीराम बोस की 110वें शहादत दिवस को पारंपरिक तरीके से मनाया गया. 11 अगस्त 1908 को मुजफ्फरपुर केंद्रीय कारा में फांसी पर चढ़े खुदीराम बोस के श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर शहर के गणमान्य व्यक्तियों के साथ सभी पदाधिकारी भी मौजूद थे. देर रात जेल में शहादत स्थल पर उन्हें पुष्प अर्पित किया गया. शहीद स्थल पर राजनेताओं सहित जिले के डीएम डीडीसी, एसएसपी और बाकी अधिकारियों ने पुष्प अर्पित किया. जेल के बाद कम्पनी बाग स्थित खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर शहीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गयी. कंपनीबाग में ही शहीद खुदीराम बोस को सलामी देने का कार्यक्रम था, लेकिन बंदूक से सलामी देते वक्त बिहार पुलिस जवान की राइफल खराब हो गयी और फायर नहीं हो सका. हालांकि, बाकी जवानों ने फायरिंग कर सलामी दी.
यह भी पढ़ें-
VIDEO : कम उम्र में फांसी पर झूलने वाले इस अमर शहीद की श्रद्धांजलि के लिए लोग करते हैं जेल यात्रा