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VIDEO : जदयू नेताओं की अपने खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी को शरद ने किया खारिज

मुजफ्फरपुर: जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने बिहार में महागठबंधन से अलग होने और भाजपा के साथ सरकार बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना किए जाने की वजह से अपने खिलाफ कार्रवाई किए जाने की जदयू के कुछ नेताओं की चेतावनी को आज सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह पूर्व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2017 10:21 PM

मुजफ्फरपुर: जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने बिहार में महागठबंधन से अलग होने और भाजपा के साथ सरकार बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना किए जाने की वजह से अपने खिलाफ कार्रवाई किए जाने की जदयू के कुछ नेताओं की चेतावनी को आज सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ खड़े हुए थे और उन्हें किसी का डर नहीं है.

राज्यसभा में जदयू संसदीय दल के नेता यादव ने कहा ‘कुछ पार्टी नेता मुझे डरा रहे हैं और जो मेरा पक्ष ले रहे हैं. मैंने इंदिरा गांधी का सामना किया और डरा नहीं. वे कौन होते हैं मुझे डराने वाले? ‘ नीतीश कुमार के फैसले के खिलाफ अपना विरोध सावर्जनिक करने वाले शरद यादव बिहार की अपनी ‘संवाद यात्रा’ के दूसरे दिन लोगों को संबोधित कर रहे थे. जदयू के पूर्व सांसद अर्जुन राय और पूर्व पार्टी विधायक रमई राम उनके साथ थे, लेकिन दरभंगा और मधुबनी जाते समय पूरे रास्ते की बैठकों में राजद कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ थी.

पूर्व जदयू अध्यक्षशरद यादव ने स्पष्ट किया कि उनके और नीतीश कुमार के बीच समझौते की गुंजाइश नहीं है. भाजपा के साथ गठबंधन सरकार बनाने के नीतीशकुमार के फैसले को शरद यादव ‘जनता के विश्वास के साथ किया गया छल’ करार दे चुके हैं. कल उन्होंने साफ कहा था ‘मैं महागठबंधन के साथ हूं. सरकारी जदयू नीतीश कुमार के साथ है और असली पार्टी मेरे साथ है.’

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नीतीश कुमार और उनके समर्थकों का कहना है कि भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त न करने की अपनी नीति को बरकरार रखने के लिए वह जदयू, राजद और कांग्रेस के महागठबंधन से अलग हुए हैं. इस परशरद यादव ने कहा, मैंने कई बार भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है चाहे वह टूजी घोटाला हो, या राष्ट्रमंडल घोटाला हो, हवाला हो या आसाराम बापू का मामला हो.’ जदयू नेताओं का कहना है कि वह भ्रष्टाचार को लेकर राजद से कोई समझौता नहीं करेंगे. इस पर यादव ने कहा ‘लालू प्रसाद भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गए हैं. तब किन परिस्थितियों में (वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव के लिए) उनके साथ गठबंधन किया गया था.’ शरद यादव ने कहा कि बिहार से शुरू हुई उनकी संवाद यात्रा देश के अन्य हिस्सों में भी जाएगी.

वहीं मधुबनी में शरद यादव ने कहा कि भाजपा के विजय रथ को रोकने के लिए राजद और कांग्रेस के साथ हमने गठबंधन बनाया. जिसमें बिहार मेंदो तिहाई लोगों ने हम परविश्वास जताया और इस महागठबंधन को तोड़ना 11 करोड़ जनता का अपमान है.उन्होंने कहा कि गठबंधन आज भी बरकरार है और हम पूरे देश में घूमेंगे जनता के बीच जाकर उन्हें अपनी बात बतायेंगे. शरद यादव ने कहा कि लोकतंत्र में वोट इमान है, वोट संविधान का इंजन है और पार्टी जनता की संतान गठबंधन टूटने काउन्हें दुःख है.


शरद के प्रति जदयू के स्वर हुए कठोर

जदयू के नेता शरद यादव की यात्रा से दूरी बनाए हुए हैं और धीरे-धीरे उनके स्वर यादव के प्रति कठोर होते जा रहे हैं. जदयू की राज्य इकाई के प्रवक्ता नीरज कुमार नेशरद यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे, लालू के बेटों तेजस्वी और तेज प्रताप के ‘राजनीतिक चाचा’ बन गए हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी सही समय परशरद यादव के खिलाफ समुचित कार्रवाई करेगी.

क्या लालू प्रसाद के समर्थकों को पूरा बिहार मान रहे हैं शरद यादव : सुशील मोदी

शरद यादव पर हमला बोलते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता सह उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट किया है और लिखा है, हवाला के जरिये पैसे लेने का आरोप लगने पर इस्तीफा देने वाले शरद यादव अब यू-टर्न लेकर लालू-राबड़ी-तेजस्वी परिवार के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में बालू-शराब माफिया को संरक्षण देने वाली पार्टी के सत्ता से बाहर होने पर 11 करोड़ लोग खुश हैं.

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