आहिस्ता-आहिस्ता जिंदगियों को कैद कर रहा बाढ़ का पानी

संजय झा मुजफ्फरपुर : आप जल्दी आइए, यहां बाढ़ का पानी तेजी से चढ़ रहा है़ तत्काल नाव की जरूरत है़ आपको कल ही बोले थे़ सबलोग परेशान है़ं फोन पर किसी अधिकारी से गुस्से में बात कर रहे ये व्यक्ति कांटी प्रखंड की धमौली पंचायत के मुखिया पति राजू कुमार है़ं दरअसल, कल तक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 21, 2017 10:50 AM
संजय झा
मुजफ्फरपुर : आप जल्दी आइए, यहां बाढ़ का पानी तेजी से चढ़ रहा है़ तत्काल नाव की जरूरत है़ आपको कल ही बोले थे़ सबलोग परेशान है़ं फोन पर किसी अधिकारी से गुस्से में बात कर रहे ये व्यक्ति कांटी प्रखंड की धमौली पंचायत के मुखिया पति राजू कुमार है़ं
दरअसल, कल तक लोगों को यह उम्मीद नहीं थी कि बाढ़ का पानी इतना विकराल रूप ले लेगा़ बाढ़ से घिरे अपने घर से किसी तरह सामान निकाल रहे गणेश सहनी ने बताया कि दस सल बाद बाढ़ हमें फिर से बेघर करने पर तुला है़ सुबह तक उम्मीद नहीं थी कि पानी हमारे घर में घुस जायेगा़ पहले फूस का मकान था और अब कई लोगों के पक्के हो गये हैं. फिर भी पानी घर में घुस आया है़
माथे पर गेहूं की बोरी लाद छाती भर पानी से गुजरते हुए किसी तरह बांध पर आये चुल्हाई सहनी ने बताया कि सबसे बड़ी चिंता घर में रखे आनाज को लेकर है़ अचानक घर में पानी घुसने के कारण काफी नुकसान हुआ है़
जीरा देवी ने बताया कि घर में रखे कीमती सामानों को निकालकर बांध के इस पार रहने वाले लोगों के घरों में रख दिया है़ हम गरीब है़ं खेत में लगी मक्के की फसल बरबाद हो गयी है़ पानी अब ज्यादा बढ़ने के कारण सामान निकाल कर सुरक्षित स्स्थान पर लाने के कारण परेशानी हो रही है़ इधर, बांध के इस पार रहने वाले लोगों की भी अपनी चिंता है़ सैकड़ों एकड़ में लगी फसल डूब गयी है़
दशरथ सहनी ने बताया कि नाव रहती, तो सामान लाने में सहूलियत होती़ वहीं बांध के उस पार प्राथमिक स्कूल का परिसर पीड़ितों के लिए अस्थायी निवास बनने लगा है़ लोग प्लास्टिक की सीट तानकर झोपड़ी नुमा घर बना कर सामान रख रहे हैं . मौके पर मौजूद कचहरी सचिव कमलेश कुमार, कृषि समन्वयक अभिजीत कुमार, पंचायत रोजगार सेवक उमाशंकर ने कहा कि हम लोग बाढ़ पर नजर रखे हुए है़ं, लेकिन अभी हमलोग क्या कर सकते हैं. प्रशासन की आेर से कोई मदद नहीं मिल पा रही है़

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