अखाड़ाघाट पुल पर परिचालन रुका
मुजफ्फरपुर : बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर ने डेंजर प्वाइंट (52.53 मीटर) पार करने के साथ ही शनिवार को रौद्र रूप ले लिया. अखाड़ाघाट पुल पर सुबह से ही दबाव बढ़ने के कारण प्रशासन के साथ ही शहरवासी भी सहम गये. सुबह में अचानक प्रशासन ने पुल पर बड़े वाहनों का आवागमन रोक दिया. इससे […]
मुजफ्फरपुर : बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर ने डेंजर प्वाइंट (52.53 मीटर) पार करने के साथ ही शनिवार को रौद्र रूप ले लिया. अखाड़ाघाट पुल पर सुबह से ही दबाव बढ़ने के कारण प्रशासन के साथ ही शहरवासी भी सहम गये. सुबह में अचानक प्रशासन ने पुल पर बड़े वाहनों का आवागमन रोक दिया. इससे राहगीरों को काफी परेशानी हुई. केवल बाइक व साइकिल सवार के साथ पैदल राहगीरों को ही गुजरने दिया गया. प्रशासन की ओर से बड़े वाहनों को रोकने के लिए दोनों तरफ पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गयी. खतरे की आशंका को लेकर पूरे दिन पुल व आसपास भीड़ जुटी रही. शहर में आने या बाहर निकलने के लिए दादर पुल पर ट्रैफिक बढ़ गयी. हालांकि शाम में पुल से वाहनों का परिचालन होने लगा था.
इधर, बाढ़ का पानी रात भर में शहर के निचले हिस्सों में तेजी से फैल गया. सुबह आंख खुली तो घरों में पानी बहते देख अफरा-तफरी मच गयी. छीट भगवतीपुर, सोडा गोदाम, लकड़ीढाही, जेएन मिश्र कॉलेज, आश्रम घाट, बालूघाट, अखाड़ाघाट, सिकंदरपुर, कुंडल व दादर में बसे सैकड़ों परिवार रातों- रात बेघर हो गये. जिनके पक्के मकान हैं, वे छत पर सहारा लिये हैं. झोंपड़ी वालों के लिए तटबंध सहारा बना है.
इन मोहल्लों में पूरे दिन भगदड़ की स्थिति रही. बालू घाट में राजनारायण सिंह कॉलेज के पास सुबह करीब 11 बजे तेज धार से पानी बहने लगा, तो भगदड़ की स्थिति हो गयी. घरों से निकलकर लोग सामान सहित बांध की ओर भागने लगे. बांध पर दो जगहों से पानी का रिसाव शुरू हो गया, जिसे बंद करने के साथ ही पंप लगाकर पानी बाहर निकाला गया. अखाड़ाघाट बांध किनारे नदी के तट पर बनी कई झोंपड़ियां पूरी तरह पानी में डूब गयी हैं.
वहीं कुंडल व दादर में दर्जनों परिवार घरों में ही कैद हो गए हैं. मुख्य सड़क से उनका कनेक्शन पूरी तरह कट गया है. सड़क पर पांच से आठ फीट तक पानी भर जाने के कारण बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. इन क्षेत्रों में प्रशासन की ओर से कोई इंतजाम नहीं किया जा सका है.