मुजफ्फरपुर के रामबाग चौरी के लोगों ने घर छोड़ा

मुजफ्फरपुर : सिकंदरपुर में बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में गुरुवार की सुबह एक सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गयी है, जिससे यह खतरे के निशान से 121 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया. उसके बाद दिन भर जलस्तर स्थिर रहा. शाम में इसमें एक सेमी की गिरावट दर्ज की गयी. जल संसाधन विभाग की मानें, तो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2017 5:52 AM

मुजफ्फरपुर : सिकंदरपुर में बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में गुरुवार की सुबह एक सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गयी है, जिससे यह खतरे के निशान से 121 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया. उसके बाद दिन भर जलस्तर स्थिर रहा. शाम में इसमें एक सेमी की गिरावट दर्ज की गयी. जल संसाधन विभाग की मानें, तो शुक्रवार की सुबह छह बजे तक नदी के जलस्तर में 10 सेंटीमीटर की गिरावट की संभावना है. इससे लोगों को बाढ़ से राहत मिलने की उम्मीद है.इधर, रजवाड़ा तटबंध के टूटने के कारण शहरी क्षेत्र में बाढ़ का

मुजफ्फरपुर के रामबाग…
प्रकोप जारी है. गुरुवार को रामबाग चौरी पूरी तरह इसकी चपेट में आ गया. मालीघाट चूनाभट्ठी में भी पानी नये क्षेत्र में प्रवेश कर गया है. इन दोनों मोहल्लों में जलस्तर इतना बढ़ गया है कि लोग अपने घरों से पलायन करने लगे हैं. रामबाग चौरी के सैकड़ों परिवार टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, रामबाग, आबेदा हाइस्कूल व जिला स्कूल में प्रशासन की ओर से चलाये जा रहे रहे राहत केंद्र में शरण ले रखा है. डीएवी, मालीघाट के समीप सर सैयद कॉलोनी व फैज कॉलोनी के लोग भी बाढ़ग्रस्त हैं.
सर सैयद कॉलोनी के कई परिवारों ने गुरुवार को चंदवारा स्थित अपने नाते-रिश्तेदारों या दोस्तों के यहां शरण ली. इधर, बूढ़ी गंडक नदी का पानी धिरनपट्टी होते हुए बेला की ओर तेजी से बढ़ना शुरू हो गया है.

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