खादी भंडार चौक पर फिर बवाल नगर आयुक्त को बनाया बंधक
मुजफ्फरपुर : खादी भंडार चौक पर रविवार को दिन में करीब पांच घंटे तक लोगों ने हंगामा किया. बाढ़ से घिरे मोहल्लों के लोगों ने सड़क पर कई जगह जाम लगाया. टायर जला कर जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की. मोहल्लेवासी मसजिद चौक पर नाला काट कर दूसरी तरफ पानी निकालने की मांग कर […]
मुजफ्फरपुर : खादी भंडार चौक पर रविवार को दिन में करीब पांच घंटे तक लोगों ने हंगामा किया. बाढ़ से घिरे मोहल्लों के लोगों ने सड़क पर कई जगह जाम लगाया. टायर जला कर जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की. मोहल्लेवासी मसजिद चौक पर नाला काट कर दूसरी तरफ पानी निकालने की मांग कर रहे थे, जिससे खादी भंडार, एलआइसी कॉलोनी, शास्त्रीनगर व रामबाग चौरी में पानी का दबाव कुछ कम हो. इसी क्रम में मोहल्लावासियों ने नगर आयुक्त रमेश प्रसाद रंजन को करीब घंटा भर तक बंधक बनाये रखा. तनाव की खबर पाकर पहुंचे टाउन डीएसपी आशीष आनंद ने स्थिति संभाली.
कुछ देर बाद सिटी एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा भी पहुंच गये. करीब चार घंटे बाद जब पुलिस व निगम के अधिकारी जेसीबी लेकर मसजिद चौक पर नाला काटने पहुंचे, तो विरोध में मसजिद चौक के लोग लाठी-डंडा लेकर खड़े हो गये. विरोध के चलते अधिकारियों को वापस लौटना पड़ा. कुछ देर बाद पंप से पानी निकालने को लेकर भी दोनों तरफ के लोग भिड़ने लगे, तो पुलिस को लाठियां भी भांजनी पड़ीं. इसमें तीन-चार युवकों को चोट भी लगी. विवाद की स्थिति को देखते हुए मसजिद चौक से खादी भंडार चौक तक पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया, जिसके बाद हंगामा मचा रहे लोग धीरे- धीरे शांत होने लगे. इसको लेकर देर शाम तक इन मोहल्लों में तनाव की स्थिति बनी हुई थी.
घर में नारकीय हालात, गुस्से में थे मोहल्लेवासी : रामबाग चौरी, एलआइसी कॉलोनी, शास्त्री नगर व खादी भंडार मोहल्ले के लोग बाढ़ के पानी से बने नारकीय हालात से आक्रोश में है. सुबह 11 बजे मोहल्लेवासियों ने खादी भंडार गेट के सामने बांस लगाकर रास्ता बंद कर दिया. टायर जलाकर प्रदर्शन करते हुए मोहल्लेवासियों ने नगर विकास मंत्री, वार्ड पार्षद व जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की. सड़क पर ही दर्जनों महिलाएं बैठ गयी. उनका कहना था कि मोहल्ले में फैले पानी से दुर्गंध आने लगी है. वहीं सड़क पर व घरों में सांप तैर रहे हैं. रात में कई घरों में चोरी भी हो चुकी है. इसी डर से कई परिवार बाहर नहीं निकल रहे हैं. उनका कहना था कि मोहल्ले नाले के रास्ते पानी निकाल दिया जाएगा, तो वे अपने घरों में जा सकेंगे. अभी कई परिवारों ने घर में ही सामान छोड़ दिया है. लाचारी में उसकी रखवाली करने के लिए गंदे पानी से ही होकर जाना पड़ता है.
चलिए साहब… एक बार मोहल्ले में भी देख लीजिए
चलिए साहब… सड़क पर खड़े रहकर हमारी दुर्दशा आपको नहीं दिखेगी. एक बार मोहल्ले में भी चलकर देख लीजिए. लोगों के हंगामे की सूचना पर पहुंचे नगर आयुक्त रमेश प्रसाद रंजन को लोग मोहल्ले में ले जाने की जिद पर अड़े हुए थे. वे लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उनकी बात कोई सुनने को तैयार नहीं था. पुरुषों के साथ ही महिलाएं भी चिल्लाकर कह रही थी कि इनको मोहल्ले में लेकर चलो. मोहल्लेवासियों का तेवर देखकर नगर आयुक्त भी सहमे रहे. जाम स्थल से निकलकर गाड़ी के पास पहुंचे, तो लोगों ने वहीं घेर लिया. उन्हें घंटाभर तक बंधक बनाये रखा. दबाव बढ़ने देख नगर आयुक्त ने जेसीबी बुलाने को कहा. इसके बाद भी लोग इस बात पर अड़े रहे कि जब तक नाला काटकर पानी बहाना शुरू नहीं होगा, तब तक वे उन्हें जाने नहीं देंगे.
मसजिद चौक पर तकरार के बाद बढ़ा तनाव
दोपहर करीब तीन बजे नगर आयुक्त व टाउन डीएसपी फोर्स व नगर निगम के कर्मचारियों को लेकर मसजिद चौक पर पहुंचे, तो दूसरे तरफ के मोहल्ले के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया. हालांकि पहले से ही जेसीबी खड़ा देखकर मोहल्ले के लोगों में सुगबुगाहट शुरू हो गई थी. उनका कहना था कि नाला काटकर उनकी तरफ पानी बहाने के बाद उधर भी तबाही शुरू हो जाएगी. वे ऐसा नहीं होने देंगे.
दर्जनों लोग लाठी-डंडा लेकर अधिकारियों के सामने पहुंच गये. तनाव की स्थिति को देखते हुए चौक पर स्थित दुकानों के शटर भी गिरने लगे. विरोध के चलते नगर आयुक्त ने वहां से जेसीबी वापस लौटा दिया, जिसके बाद लोग शांत हुए. हालांकि इसके बाद भी देर शाम तक मसजिद चौक के पास तनाव की स्थिति बनी रही.