घर में घुसा पानी, मंदिर में ली शरण
मुजफ्फरपुर : आफत का सैलाब एक तरफ गांव के लोगाें को दर्द तो दे ही रहा है. दूसरी ओर शहर से सटे दीघरा गांव पानी बढ़ता ही जा रहा है. अब यह लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा हैं. रात के 12.05 बजे के करीब चौराहे पर स्थित मंदिर में पानी की रफ्तार धीरे-धीरे […]
मुजफ्फरपुर : आफत का सैलाब एक तरफ गांव के लोगाें को दर्द तो दे ही रहा है. दूसरी ओर शहर से सटे दीघरा गांव पानी बढ़ता ही जा रहा है. अब यह लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा हैं. रात के 12.05 बजे के करीब चौराहे पर स्थित मंदिर में पानी की रफ्तार धीरे-धीरे बढ़ रही है. मंदिर के सामने स्थित कुंए के एक हिस्से पर पानी का आना महज एक से दो इंच बचा हुआ था. लेकिन इसी कुए के पास दीघरा गांव के मुन्ना और सबद खान नींद की आगोश में पूरी तरह से डूबे हुए हैं.
नींद ऐसी है कि उन्हें यह भी आभाष नहीं है कि पानी उनसे महज आधा फीट की दूरी से भी कम है. इस बीच प्रभात खबर की टीम ने उन्हें जगाया, तो उनकी नींद खुली. आंख खुलते ही पानी देख चौंक गये. बताया कि जब सोए थे, तो इतना पानी नहीं था. पानी तेजी से बढ़ा है. गांव में रहने की स्थिति नहीं है. अगर हाइवे नहीं होता, तो मुश्किलें और भी बढ़ जाती. हाइवे होने के कारण पानी की रफ्तार धीरे-धीरे बढ़ रहा है.
गांव में स्थित स्कूल लोगों का नया बसेरा बना हुआ है.देर रात गांव के कुछ युवा हाइवे किनारे स्थित सड़क पर मछली मारते नजर आये. पूछने पर अपना नाम रवि, सूरज और प्रकाश बताया. कहा कि गांव में कोई ऐसा घर नहीं हैं, जाे डूबा न हो. सुबह से पानी लगातार बढ़ता जा रहा है. स्कूल ही अब सहारा है. अगर यही हालात रह गए, तो स्थिति और भी भयावह हो जाएगी. इस बीच सड़क के दूसरी छोर पर भी संतोष अपने कुछ साथियों के साथ मछली मारते हुए नजर आया.