फूटा आक्रोश: आज पटना से आयेगा पावर ट्रांसफॉर्मर, एसकेएमसीएच सबस्टेशन में हंगामा, भागा लाइनमैन

मुजफ्फरपुर: दो दिनों से बिजली संकट झेल रहे जीरोमाइल फीडर के उपभोक्ताओं का धैर्य बुधवार की देर रात जवाब दे गया. गर्मी से उबल रहे शेखपुर, जीरोमाइल के लोगों ने पीएसएस पर जम कर हंगामा किया. ग्रामीणों के कड़े तेवर देख पीएसएस कर्मी चहारदीवारी फांद कर भाग निकले. लोगों का कहना था कि दो दिन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2017 1:05 PM
मुजफ्फरपुर: दो दिनों से बिजली संकट झेल रहे जीरोमाइल फीडर के उपभोक्ताओं का धैर्य बुधवार की देर रात जवाब दे गया. गर्मी से उबल रहे शेखपुर, जीरोमाइल के लोगों ने पीएसएस पर जम कर हंगामा किया. ग्रामीणों के कड़े तेवर देख पीएसएस कर्मी चहारदीवारी फांद कर भाग निकले. लोगों का कहना था कि दो दिन बीत जाने के बाद भी पावर ट्रांसफॉर्मर को नहीं बदला गया है. गर्मी में लोग पानी के लिए परेशान हो रहे हैं. कुछ इलाके में बाढ़ का पानी भरा हुआ है. अंधेरे में डूबे रहने से लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है. सांप-बिच्छू का डर है. इधर, शेखपुर संघर्ष समिति ने भी बुधवार को बैठक कर बिजली समस्या के निदान पर विस्तार से चर्चा की.
समिति के अध्यक्ष ने कहा कि एस्सेल की लापरवाही की वजह से 50 हजार से अधिक आबादी को बिजली संकट झेलना पड़ रहा है. पावर ट्रांसफॉर्मर से क्षमता से अधिक बिजली सप्लाइ करने से यह स्थिति हुई है. बैठक में समिति के सदस्यों ने फैसला लिया कि अगर 48 घंटे ट्रांसफॉर्मर नहीं बदला गया एस्सेल के खिलाफ आंदोलन होगा. बैठक में संजय कुमार, रमेश कुमार सिंह, रविशंकर, महेश सिंह, सरोज कुमार, सुनील कुमार व अजीत झा उपस्थित थे.
डीएम ने पटना के अधिकारियों से की बात
एसकेएमसीएच में नया ट्रांसफॉर्मर लगाने की कवायद शुरू हो गयी है. जिलाधिकारी धर्मेंद्र सिंह ने ट्रांसफॉर्मर के लिए पटना के अधिकारियों से बात की है. जानकारी के अनुसार गुरुवार शाम तक ट्रांसफॉर्मर पहुंच जायेगा. शनिवार से नये ट्रांसफॉर्मर से बिजली आपूर्ति होने लगेगी. इसके बाद ही एसकेएमसीएच से जुड़े इलाके में बिजली आपूर्ति सामान्य होगी.
ओवर लोड से जला ट्रांसफॉर्मर
चार साल पहले 2013 एसकेएमसीएच का पावर ट्रांसफॉर्मर जल गया था. एक सप्ताह से अधिक समय तक पावर स्टेशन से जुड़े इलाके में ब्लैक आउट की स्थिति हो गयी थी. चार साल बाद फिर ट्रांसफाॅर्मर जवाब दे दिया है. पावर ट्रांसफॉर्मर पर क्षमता से अधिक लोड है. 2013 में जब ट्रांसफॉर्मर लगा था, उस समय पटना से आये विशेषज्ञों ने अधिकतम 9 एमवीए का लोड देने का निर्देश दिया है. एक एमवीए कम लोड पर चलाने की सलाह दी थी. लेकिन कुछ दिनों से ट्रांसफॉर्मर को फुल लोड पर चलाया जा रहा था.
एमआइटी का पावर ट्रांसफॉर्मर शिफ्ट करने पर आक्रोश
एमआइटी पीएसएस का पावर ट्रांसफॉर्मर को एसकेएमसीएच शिफ्ट करने को लेकर स्थानीय उपभोक्ताओं ने दोपहर में एमआइटी पीएसएसमें हंगामा किया. ट्रांसफॉर्मर खोले जाने के सूचना मिलने पर काफी संख्या में लोग पीएसएस में जुट कर विरोध करने लगे. इसके बाद एस्सेल के कर्मियों ने ट्रांसफॉर्मर शिफ्टिंग का काम छोड़ दिया.हालांकि कंपनी के पीआरओ राजेश चौधरी ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर नहीं हटाया जा रहा था, बल्कि एसकेएमसीएच पीएसएस के कुछ इलाके को वैकल्पिक व्यवस्था के तहत एमआइटी से जोड़ा जा रहा था. गलत सूचना पर लोग विरोध करने पीएसएस पहुंच गये. मामला चाहे जो भी हो लेकिन इसका खामियाजा एमआइटी के उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ा. पावर ट्रांसफॉर्मर बंद रहने से काफी देर तक बिजली बंद रही. शाम में भी पीएसएस से तीन घंटे तक आपूर्ति बंद हो जाने से लोग परेशान हुए.
बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में शुरू करें बिजली आपूर्ति : बाढ़ प्रभावित इलाके की स्थिति सामान्य होने के मद्देनजर डीएम धर्मेद्र सिंह ने एस्सेल को बिजली आपूर्ति बहाल करने का आदेश दिया है. कंपनी से मिली जानकारी के अनुसार मुशहरी के अधिकांश इलाके में बिजली बहाल कर दिया गया है. मीनापुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बुधवार को बिजली दी गयी. शेष इलाके में गुरुवार को बिजली बहाल कर दी जायेगी. गौरतलब है कि बाढ़ के कारण मीनापुर व मुशहरी में 400 ट्रांसफॉर्मर को बंद कर दिया गया था.

Next Article

Exit mobile version