नवरुणा हत्याकांड: वार्ड पार्षद राकेश ”पप्पू” गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर : चर्चित नवरुणा हत्याकांड में सीबीआइ ने पहली गिरफ्तारी की है. सोमवार को वार्ड 23 के पार्षद राकेश कुमार सिन्हा पप्पू को पूछताछ के लिए सीबीआइ के पटना कार्यालय में बुलाया गया था. इसी दौरान ही शक के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इससे पहले कई बार उन्हें पूछताछ के लिए सीबीआइ […]
मुजफ्फरपुर : चर्चित नवरुणा हत्याकांड में सीबीआइ ने पहली गिरफ्तारी की है. सोमवार को वार्ड 23 के पार्षद राकेश कुमार सिन्हा पप्पू को पूछताछ के लिए सीबीआइ के पटना कार्यालय में बुलाया गया था. इसी दौरान ही शक के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इससे पहले कई बार उन्हें पूछताछ के लिए सीबीआइ पटना बुला चुकी थी. कोर्ट में नार्को व ब्रेन मैपिंग के लिए सीबीआइ ने आवेदन भी दिया था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर वार्ड पार्षद ने दोनों टेस्ट कराने से इंकार कर दिया था.
30 अगस्त को सीबीआइ ने पूर्व विधायक विजेंद्र चौधरी व राकेश कुमार सिन्हा पप्पू का आपराधिक इतिहास एसएसपी विवेक कुमार से मांगा था. बताया जाता है कि दोनों के संबंध में जानकारी पुलिस की ओर से सीबीआइ को उपलब्ध करायी गयी है. पप्पू के खिलाफ नगर थाने में पूर्व से डोजियर खुला है. उन पर डकैती के कई मामले दर्ज हैं. वर्तमान में वह नगर निगम के सशक्त स्थायी समिति का सदस्य भी हैं. राकेश सिन्हा की गिरफ्तारी की सूचना आते ही पूरे शहर में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया. निगम में भी चर्चाएं होने लगीं. माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. सीबीआइ मामले का खुलासा कर सकती है.
नगर पुलिस ने तीन को भेजा था जेल
नवरूणा के अपहरण के बाद नगर पुलिस ने रमेश कुमार बब्लू, श्याम पटेल व सुदीप चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. हालांकि सभी जमानत पर बाहर आ गये थे. इन तीनों के खिलाफ कोई ठोस सबूत पुलिस को नहीं मिला था. सीबीआइ ने भी तीनों से कई बार पूछताछ की थी. बबलू का नार्को टेस्ट के लिए कोर्ट में आवेदन दिया गया था, लेकिन उसने टेस्ट कराने से इंकार कर दिया था.
पप्पू की गिरफ्तारी से खुलेगा राज!
वार्ड पार्षद की गिरफ्तारी को अहम माना जा रहा है. बताया जाता है कि सीबीआइ को उसके खिलाफ साक्ष्य मिले हैं. जल्द ही इस कांड में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं. सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआइ को सितंबर अंत तक कांड की जांच के लिए समय दे रखा है. मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश किये जाने की संभावना है. इसके पूर्व सीबीआइ ने शाह आलम शब्बू व ब्रजेश सिंह का भी क्रिमिनल रिकार्ड जिला पुलिस से मांगा था.
पहले हिरासत में, फिर गिरफ्तार कर लिया
राकेश सिन्हा पप्पू को सोमवार को गिरफ्तार करने से पहले सीबीआइ ने हिरासत में ले लिया था. इस दौरान वो मोबाइल पर बात कर रहे थे और इसकी जानकारी अपने परिचितों को दे रहे थे. इसी समय से शहर में चर्चा शुरू हो गयी थी. सीबीआइ ने जब राकेश सिन्हा को गिरफ्तार किया, तो उनके फोन से बात करने पर भी रोक लग गयी.
मुझे सीबीआइ पर पूरा भरोसा है. वह लगभग साढ़े तीन साल से जांच कर रही है. देश की बड़ी जांच एजेंसी सीबीआइ है. केस की जांच में देरी हो रही है, लेकिन सीबीआइ गलत नहीं हो सकती.
अतुल्य चक्रवर्ती, नवरुणा के पिता