गर्दन झुका कर पढ़ने से होता है सरवाइकल स्पांडिलाइटिस

विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर कार्यशाला मुजफ्फरपुर : विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के मौके पर शुक्रवार को इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरापिस्ट की जिला इकाई की ओर से कांटी के कौशल केंद्र में कार्यशाला आयोजित की गयी. आइएपी संयोजक आलोक कुमार सिंह ने कहा कि आजकल के युवा गर्दन झुका कर पढ़ते हैं, जिससे उन्हें गर्दन की बीमारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 9, 2017 6:17 AM

विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर कार्यशाला

मुजफ्फरपुर : विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के मौके पर शुक्रवार को इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरापिस्ट की जिला इकाई की ओर से कांटी के कौशल केंद्र में कार्यशाला आयोजित की गयी. आइएपी संयोजक आलोक कुमार सिंह ने कहा कि आजकल के युवा गर्दन झुका कर पढ़ते हैं, जिससे उन्हें गर्दन की बीमारी होती है. इससे सरवाइकल स्पांडिलाइटिस सहित सांस व कंधे की बीमारी होती है. आइएपी की ओर से छात्रों को जागरूक किया जाता है, जिससे वे इस तरह की बीमारियों से बच सके.
इस मौके पर डॉ अलका किरण व डॉ पीयूष ने घुटने से संबंधित समस्याओं पर चर्चा की. डॉ इरफान अहमद ने कहा कि दर्द की दवा से यह बीमारी समाप्त नहीं होती. इसका साइड इफेक्ट भी होता है. इस मौके पर
फिजिशियन डॉ पी घोष ने 200 मरीजों की नि:शुल्क जांच की. कार्यशाला में डॉ अफरोज आलम, अविश कुमार, दुर्गानंद पाठक, कुंतलेश कुमार आदि मौजूद थे.

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