क्रिमिनल को सरकार बना रही वक्फ बोर्ड का अधिकारी
मुजफ्फरपुर: क्रिमनल को सरकार वक्फ बोर्ड का अधिकारी बनाती है. वे पद पर आते ही लूट-खसोट करने लगते हैं. बिहार ही नहीं पूरे देश में यही स्थिति है. जब उनकी पोल जनता के सामने कोई खोलने की कोशिश करता है तो उसे गलत मुकदमे में फंसा कर जेल में डाल दिया जाता है. यूपी में […]
मुजफ्फरपुर: क्रिमनल को सरकार वक्फ बोर्ड का अधिकारी बनाती है. वे पद पर आते ही लूट-खसोट करने लगते हैं. बिहार ही नहीं पूरे देश में यही स्थिति है. जब उनकी पोल जनता के सामने कोई खोलने की कोशिश करता है तो उसे गलत मुकदमे में फंसा कर जेल में डाल दिया जाता है. यूपी में भी यहां की तरह शिया वक्फ बोर्ड की 70 फीसदी जमीन बेची जा चुकी है.
सरकार व क्रिमनल के गठजोड़ के सहारे वक्फ बोर्ड चल रहा है. ये बातें लखनऊ से आये मौलाना काल्वे जावेद ने रविवार को कमरा मुहल्ला इमामबाड़ा के समीप आयोजित प्रेसवार्ता में कही. उन्होंने कहा कि मौलाना काजिम शबीब पर गलत मुकदमा लगाया गया है. नीतीश सरकार ने इस मामले में नोटिस नहीं लिया तो इनकी सरकार का भी बुरा हाल होगा. मौलाना ने कहा कि काजिम शबीब को पुलिस प्रशासन ने बुरी तरह पिटाई की है. बारह साल के बच्चे को मार कर सिर की हड्डी तोड़ दी गयी. यह सब क्या हो रहा है. इसके बाद सभी जेल में काजीम शबीब से मिले.
जवाब से संतुष्ट नहीं अल्पसंख्यक आयोग
मौलाना ने कहा कि इस संदर्भ में मैंने केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से बात की थी. आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन से जवाब मांगा था. चौथी बार जिला प्रशासन ने इसका जवाब दिया, लेकिन आयोग इससे संतुष्ट नहीं है. हमलोग इस मामले में केस भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि केंद्रीय अल्पसंख्यक आयोग की टीम यहां आकर जांच करेगी. हमें आयोग पर पूरा भरोसा है. मौलाना के भाई नकी काजिम ने कहा कि हमलोगों को मारा-पीटा गया, जेल में बंद किया गया, इसको तो सहा जा सकता है, लेकिन हमलोगों पर दंगा भड़काने का आरोप लगाया गया है. यह हमलोगों के लिए शर्म की बात है.