भड़का आक्रोश: सड़क पर थी पुलिस, अस्पताल में हो रहा था बवाल
मुजफ्फरपुर : सदर अस्पताल में जिस समय हंगामा हो रहा था, उस समय अस्पताल के बाहर डीसीएलआर पूर्वी व सीओ मुशहरी के साथ ही नगर थाना की पुलिस भी मौजूद थी. अधिकारियों के सामने ही जाम स्थल से लोगों का हुजूम अस्पताल की ओर बढ़ा, लेकिन वे समझाने या रोकने की बजाय तमाशा देखते रहे. […]
मुजफ्फरपुर : सदर अस्पताल में जिस समय हंगामा हो रहा था, उस समय अस्पताल के बाहर डीसीएलआर पूर्वी व सीओ मुशहरी के साथ ही नगर थाना की पुलिस भी मौजूद थी. अधिकारियों के सामने ही जाम स्थल से लोगों का हुजूम अस्पताल की ओर बढ़ा, लेकिन वे समझाने या रोकने की बजाय तमाशा देखते रहे. करीब घंटा भर बाद जब अस्पताल में तोड़फोड़ करके लोग बाहर निकल गए, तब मौके पर पुलिस अधिकारी भी पहुंचे. बवाल शांत होने के बाद अधिकारियों ने अस्पताल के अंदर जाकर छानबीन शुरू कर दी.
सदर अस्पताल से बच्चे का शव लेकर करीब दो बजे परिजनों के साथ ही आक्रोशित लोगों की भीड़ ने पहले अस्पताल गेट पर जाम लगा दिया. कुछ देर बाद वे अस्पताल मोड़ पर चले गए. लोग अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल उठा रहे थे. उनका कहना था कि डॉक्टरों की लापरवाही के चलते बच्चे की मौत हुई. जिस समय उसे अस्पताल लाया गया, उसकी सांस चल रही थी.
वे वरीय अधिकारियों को बुलाने की मांग कर रहे थे. सूचना पर नगर थाना की पुलिस पहुंच गयी. डीसीएलआर पूर्वी मो शाहजहां व सीओ मुशहरी नागेंद्र कुमार भी पहुंचे. लोगों ने मुआवजे की मांग उठाई, तो अधिकारी इसके लिए प्रक्रिया की बात कहने लगे. इस पर लोग दर्जनों लोग नारेबाजी करते हुए अस्पताल की ओर चल दिए. शव के पास बच्चे की मां के साथ ही दर्जनभर लोग रह गए. इसके बाद घंटाभर तक अंदर तोड़फोड़ होती रही.
पुलिस से भी हुई नोंकझोक
बवाल के बाद पहुंची पुलिस ने जाम स्थल पर हनक दिखाने की कोशिश की, तो महिलाएं उग्र हो गईं. पुलिस कर्मियों से धक्का मुक्की भी हुई. महिलाएं जब डॉक्टर की लापरवाही की बात कह रही थी, तो दारोगा ने कहा कि इसके लिए हंगामा क्यों, थाने में मुकदमा दर्ज कराओ. इस पर महिलाएं भड़क उठीं. आक्रोशित महिलाओं का कहना था कि गरीबों का सहारा सरकारी अस्पताल ही है. यहां भी जब इलाज नहीं होगा तो हम कहां जाएंगे.
बवाल थमने के बाद पहुंची चार थानों की पुलिस
सदर अस्पताल में बवाल के बाद लोग अस्पताल से बाहर निकल गए, तब पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची. नगर थानाध्यक्ष केपी सिंह के साथ ही ब्रह्मपुरा थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह, मिठनपुरा थानाध्यक्ष विजय राय व काजीमोहम्मदपुर थानाध्यक्ष सुधीर कुमार अस्पताल मोड़ स्थित जाम स्थल पहुंचे. परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया. मुआवजा दिलाने का भरोसा देकर पुलिस ने शव को कब्जे में लिया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया, जिसके बाद जाम समाप्त हो गया.
भीड़ के टॉरगेट पर थी नगर थाना की जीप
अस्पताल मोड़ पर सड़क जाम कर रहे लोगों के टॉरगेट पर पहले नगर थाना की जीप थी. जाम की सूचना पर पुलिसकर्मी जीप से वहां पहुंचे, तो आक्रोशित युवक उसी पर गुस्सा निकालना चाहते थे. दूर से ही जब पुलिस की गाड़ी दिखी तो कुछ युवक उसकी तरफ बढ़ने लगे. इसके चलते सड़क पर खड़े तमाशा देखने वाले राहगीर भी कुछ देर के लिए सहम गए. हालांकि दारोगा व पुलिसकर्मियों को गाड़ी से उतारने के बाद चालक जीप लेकर ओवरब्रिज के पास चला गया.