मुजफ्फरपुर : बिहार में दहेज और बाल विवाह के खिलाफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अभियान छेड़ा है. यह एक सामाजिक अभियान है. इसको आगे बढ़ाने की अपील उन्होंने अपनी पार्टी नेताओं के साथ बिहार के आम लोगों से भी की. जिस दिनमुख्यमंत्री बिहारवासियों को दहेज प्रथा के खिलाफ शपथ दिला रहे थे, आरोप है कि ठीक उससे एक दिन पहले, उनकी ही पार्टी के एक नेता ने अपनी बहू को दहेज के लिए प्रताड़ित करते हुए दर्दनाक मौत दे दी. आरोप यह भी है कि बहू की हत्या के बाद जदयू नेता और उनके परिवार वालों ने मिलकर बहू के शव को गायब कर दिया. उसके बाद जदयू नेता का पूरा परिवार स्थानीय ग्रामीणों को बहू के गायब होने की कहानी सुनाने लगा. घटना के बाद लड़की के मायके वालेने इस मामले में जदयू नेता सहित उनके परिवार के अन्य सदस्यों पर एफआइआर दर्ज कराया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है.पुलिस की मानें तो आरोपी जदयू नेता की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिले का है. जहां, मड़वन के करजा थाना क्षेत्र के करजा नया टोला के रहने वालेजदयू नेता अरुण कुशवाहा के द्वारा लगातार अपनी बहू को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था और बार-बार मायके से अल्टो कार लाने की बात कही जा रही थी. बहूकेपरिवार वालों द्वारा दर्ज किये गये प्राथमिकी के मुताबिक जब उनकी बेटी नेइसकाविरोध किया तोजदयूनेता के पूरे परिवार ने मिलकर उसकी हत्या करशवको गायब कर दिया. बेटी की हत्या औरशव को गायब करने का आरोप लगाते हुए मृतका के पिता महेश भगत ने कर्जा थाना को आवेदन दिया है. करजा थानाध्यक्ष राम बालक यादव ने मीडिया को बताया कि शिकायत के आलोक में जदयू नेता कुशवाहा पर दहेज हत्या का मामला दर्ज किया गया है. लड़की के पिता ने जदयू नेता अरुण कुशवाहा के साथ-साथ पति दीपक कुमार, संदीप कुमार, सास आशा देवी व ससुर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है. पुलिस फरार अभियुक्तों को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है.
मामले की जानकारी देते हुए वैशाली थाना के बेलुका निवासी महेश भगत मृतका के पिता ने बताया कि वर्ष 2015 में रीना की शादी दीपक कुमार से की गयी थी. शादी के बाद से ही उसके ससुराल वाले लगातार दहेज में और पैसा व फोर व्हीलर गाड़ी लाने की बात कर रहे थे. इसी दौरान विवाद बढ़ा और रीना की हत्या कर दी गयी. वह एक बच्चे की मां भी थी. वहीं इस पूरे मामले पर जदयू के जिलाध्यक्ष हरिओम कुशवाहा ने मीडिया को कहा कि अरुण कुशवाहा हमारे प्रदेश के नेता हैं, प्रदेश स्तर से ही एक कमेटी बनायी गयी है, जो इस मामले की जांच करेगी और मामला सही पाये जाने पर आरोपी नेता पर कार्रवाई की जायेगी. मामले पर जिलाध्यक्ष ने आरोपी नेता का बचाव करते हुए यह भी कहा कि लड़की पक्ष के द्वारा पैसे की उगाही के लिए भी दहेज़ हत्या का केस दर्ज करा दिया जाता है. जबतक पार्टी की जांच कमिटी की रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक दोषी नहीं माना जायेगा.
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