अंधेरी दिवाली के बाद बिना ”सूर्य” का छठ मनाने को विवश है मुजफ्फरपुर का एक परिवार
लापता पति के लिए प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से गुहार लगा चुकी है पत्नी मुजफ्फरपुर : घर में पर्व त्योहार का मौसम हो और ठीक उसी वक्त किसी अपने के बिछड़ने की खबर मिले, तो वह दुनिया का सबसे बड़ा दुख साबित होता है. बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक परिवार के साथ कुछ ऐसा […]
लापता पति के लिए प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से गुहार लगा चुकी है पत्नी
मुजफ्फरपुर : घर में पर्व त्योहार का मौसम हो और ठीक उसी वक्त किसी अपने के बिछड़ने की खबर मिले, तो वह दुनिया का सबसे बड़ा दुख साबित होता है. बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक परिवार के साथ कुछ ऐसा ही हुआ. शहर का एक युवक प्रशांत महासागर में मालवाहक जहाज के साथ लापता हो गया है. घटना 13 अक्तूबर की बतायी जा रही है. सूचना के बाद पूरे घर में सन्नाटा पसरा है, वहीं लापता युवक राहुल के परिवार वाले उसके आगमन और उसके खोजबीन की खबर के लिए परेशान हैं.
13 अक्तूबर को हांगकांग की रिद्धि शिपिंग कंपनी का एमराल्ड स्टार मालवाहक पोत फिलीपींस तट से कुछ ही दूरी पर प्रशांत महासागर में डूब गया. जिसमें सवार लापता चालक दल के सदस्यों मे बिहार के मुजफ्फरपुर जिला अन्तर्गत अहियापुर थाना क्षेत्र के इन्द्रप्रस्थ कॉलोनी निवासी कृष्णदेव राय का पुत्र राहुल कुमार भी शामिल है. राहुल उक्त मालवाहक पोत पर सेकेण्ड ऑफिसर के पद पर कार्यरत थे. राहुल के परिजन उक्त घटना की सूचना मिलते ही उसके सकुशल वापसी के लिए व्याकुल हो गये हैं. वहीं राहुल की पत्नी श्वेता पति के सकुशल वापसी के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से गुहार लगा चुकी है. लापता राहुल दो भाइयों मे बड़े हैं उनकी दो पुत्रियां भी है.
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— Prabhat Khabar (@prabhatkhabar) October 21, 2017
राहुल के लापता होने की खबर मिलते ही राहुल के ससुराल वाले भी बेचैन हो गये हैं. राहुल की शादी वर्ष 2008 में पूर्वी चम्पारण जिले के हरसिद्धि थाना अन्तर्गत बरमसवा गांव निवासी बैद्यनाथ ठाकुर की पौत्री श्वेता से हुई थी. सभी लोग राहुल के सकुशल वापसी के लिए भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं. राहुल के साला अभिषेक ठाकुर ने बताया कि मेरी बहन की शादी वर्ष 2008 में राहुल से हुई थी उससे पहले से ही वे हांगकांग के एक कंपनी में कार्यरत थे.
फिलहाल, राहुल का कुछ अता-पता नहीं चल रहा है. पत्नी और पिता के चेहरे पर बस उदासी है. लोक आस्था के महापर्व छठ पर खुशियां गम में तब्दील हो गयी हैं. अब राहुल के पिता को सिर्फ विदेश मंत्रालय से आसरा है कि उनके बेटे के बारे में किसी तरह की सूचना भारत सरकार मुहैया कराये.