अफरातफरी: यार्ड में कब्जा, जनसाधारण की चपेट में आने से बचे यात्री

मुजफ्फरपुर: हावड़ा जानेवाली जनसाधारण एक्सप्रेस पर मंगलवार को यात्रियों ने यार्ड में ही कब्जा कर लिया. आरपीएफ व जीआरपी ने जब ट्रेन खाली कराने के लिए लाठी चलानी शुरू की, तब यात्री गिरते-पड़ते यार्ड से भागने लगे. शाम करीब साढ़े चार बजे यार्ड में भगदड़ मच गयी. यार्ड में ट्रेनों की धुलाई के लिए पानी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2017 10:37 AM

मुजफ्फरपुर: हावड़ा जानेवाली जनसाधारण एक्सप्रेस पर मंगलवार को यात्रियों ने यार्ड में ही कब्जा कर लिया. आरपीएफ व जीआरपी ने जब ट्रेन खाली कराने के लिए लाठी चलानी शुरू की, तब यात्री गिरते-पड़ते यार्ड से भागने लगे. शाम करीब साढ़े चार बजे यार्ड में भगदड़ मच गयी. यार्ड में ट्रेनों की धुलाई के लिए पानी का मुख्य पाइपलाइन भी क्षतिग्रस्त हो गया. कई यात्री नाले में गिरकर चोटिल हो गये. वहीं, चलती ट्रेन की चपेट में आने से भी कई यात्री बाल-बाल बच गये.

दारोगा से नोकझोंक : सप्तक्रांति एक्सप्रेस में चढ़ने के दौरान पूर्वी चंपारण के परसौनी पताही के दिनेश साह ने दारोगा अविनाश करोसिया से नोकझोक की. उसे गिरफ्तार कर बदतमीजी करने व सरकारी कामकाज में बाधा पहुंचाने की प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया.
पताही निवासी दिनेश साह के रूप में हुई है.
मुजफ्फरपुर. मुजफ्फरपुर से आनंद विहार जानेवाली सप्तक्रांति एक्सप्रेस पर सवार होने के दौरान आरपीएफ सब इंस्पेक्टर अविनाश करोसिया से दुर्व्यवहार करने पर आरपीएफ ने उसे गिरफ्तार कर बदतमीजी करने व सरकारी कामकाज में बाधा पहुंचाने की प्राथमिकी दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया. उसकी पहचान पूर्वी चंपारण के परसौनी पताही निवासी दिनेश साह (25 वर्ष) के रूप में हुई है.
कुहासे का असर, लंबी दूरी की ट्रेनें लेट : मंगलवार को अप वैशाली एक्सप्रेस, बिहार संपर्कक्रांति, लिच्छवी, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें तीन से 15 घंटे विलंब से चलीं. हावड़ा व कोलकाता जानेवाली ट्रेनें भी काफी विलंब से चलीं. मिथिला छह घंटे व पूर्वांचल एक्सप्रेस तीन घंटे विलंब से जंक्शन पहुंची. इसी तरह साप्ताहिक मुजफ्फरपुर से हावड़ा जानेवाली जनसाधारण व मुजफ्फरपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस ट्रेन 26 घंटे बाद खुली.
दस मिनट तक नहीं खुला सप्तक्रांति का गेट : सप्तक्रांति एक्सप्रेस के यार्ड से प्लेटफॉर्म नंबर तीन पर प्लेस होने के बाद करीब दस मिनट तक जेनरल कोच का गेट नहीं खुला. जब गेट खुला तो लाइन कतार तोड़ यात्री ट्रेन में सवार होने लगे. इससे वहां पर अफरा तफरी का माहौल हो गया.

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