स्मार्ट सिटी में शहर की सभी मुख्य सड़कें 100 फुट चौड़ी होंगी. गली-मुहल्ले की सड़कें भी 50 फुट तक चौड़ी होंगी. इससे यातायात व्यवस्था सुगम होगी. बड़े नाले व सीवरेज की व्यवस्था होने से जलजमाव से मुक्ति मिल जायेगी. गंदे जल की निकासी व कचरा प्रबंधन की बेहतर व्यवस्था होगी. फुटपाथी दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन बनेगा. शहर को अतिक्रमण मुक्त कर मुख्य बाजार में लिफ्ट पार्किंग हाेगी. बिजली, पानी की व्यवस्था दुरुस्त हाेगा.
शहर से दूर ट्रांसपोर्ट नगर बसेगा. शहर में भवन मानक के अनुसार बनेंगे. प्रथम चरण में शहर के आठ बड़े इलाकों को विकसित करने की योजना है. इसमें चिकित्सा मंडी जूरन छपरा, शहर की हृदयस्थली कल्याणी, मोतीझील, धार्मिक स्थल बाबा गरीबनाथ धाम, मशीनरी मंडी जवाहर लाल रोड, जंक्शन से सटे इमली चट्टी चौक, बैरिया से लक्ष्मी चौक, कलेक्ट्रेट व कंपनीबाग का इलाका शामिल है. फिलहाल इन सभी इलाके की सड़कें 60 फुट से 40 फुट तक चौड़ी हैं. इसे कारण यह इलाका जाम की जद में रहता है.
कई इलाकों में में कच्चा नाला होने के कारण जल निकासी की व्यवस्था ठीक नहीं है. सड़क पर ही पार्किंग होने से दिन में सडकें सिकुड़ी रहती हैं. बिजली की आपूर्ति तो कमोबेश ठीक है, लेकिन जलापूर्ति की समस्या लोग जूझते हैं. सड़कों पर कचरे का अंबार लगा रहता है. नालियां गंदगी से बजबजाती रहती हैं.