उपहार पाकर लोगों ने कहा, सहारा मिला तो बेहतर होगी हमारी जिंदगी

मुजफ्फरपुर : ‘प्रभात खबर’ के गोद लिये गांव मिठनसराय में लोगों के चेहरे पर खुशी और आंखों में सुनहरे कल के सपने सज रहे थे. ‘प्रभात खबर’ की ओर से सभी परिवारों को उपहार दिया गया, तो वे खुशी से भावुक हो उठे. कहा कि अब सहारा मिला है, तो उम्मीद है कि उनकी जिंदगी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 4, 2017 11:25 AM
मुजफ्फरपुर : ‘प्रभात खबर’ के गोद लिये गांव मिठनसराय में लोगों के चेहरे पर खुशी और आंखों में सुनहरे कल के सपने सज रहे थे. ‘प्रभात खबर’ की ओर से सभी परिवारों को उपहार दिया गया, तो वे खुशी से भावुक हो उठे. कहा कि अब सहारा मिला है, तो उम्मीद है कि उनकी जिंदगी भी बेहतर हो जायेगी. रविवार को गांव में आयोजित कार्यक्रम में वार्ड एक के सभी परिवारों को उपहार में वाटर प्यूरिफायर, सोलर लैंप, फर्स्ट एड बॉक्स, बाल्टी व मच्छरदानी दी गयी.
पुस्तकालय के पास दोपहर एक बजे से उपहार वितरण का कार्यक्रम शुरू हुआ. सबसे पहले उपहार लेने पहुंचे विजय कुमार साह काफी भावुक हो गये. कहा कि जब अखबार ने गांव को गोद लिया है, तो उनके लिये बहुत कुछ कर भी रहा. यह उपहार तो जिंदगी भर याद रहेगा.

वहीं शिवजी रजक, रामविजय रजक, मीना देवी, रेखा देवी, सविता देवी, मालिनी देवी, पवित्री देवी, शंकर पटेल व कुसुमी देवी सहित अन्य लोगाें का भी यही हाल था. उपहार को लेकर लोग काफी उत्साहित थे. इस मौके पर यूनिट हेड निर्भय सिन्हा, धर्मेंद्र कुमार, सत्यम कुमार भास्कर, अंकेश कुमार, बीबी सिंह, अमित कुमार, भूषण कुमार, शैलेश कुमार, मुकेश कुमार आदि थे.

बेजुबान गीता की आंखें खुशी से छलक पड़ी
गीता अपने छह साल के बेटे राहुल के साथ रहती है. वह बोल-सुन नहीं सकती. केवल इशारों की भाषा समझती है. उसे जब उपहार मिला, तो खुशी से आंखें छलक उठी. वह बेटे के साथ उपहार लेने पहुंची थी. गीता के पति की मौत चार-पांच साल पहले ही हो चुकी है. वह सड़क के किनारे झोपड़ी में रहती थी, लेकिन बाढ़ में उसकी झोपड़ी बह गयी. अब वह सड़क की पटरी पर ही बेटे के साथ रहती है.

Next Article

Exit mobile version