हमले की साजिश रच रहे केरल के 21 आइएस आतंकी
मुजफ्फरपुर ; केरल के 21 युवक भारतीय सुरक्षा के लिए खतरा बन गये हैं. गत वर्ष आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) से जुड़ने के बाद इन आतंकवादियों ने बिहार सहित देश के अलग-अलग जगहों पर हमले की साजिश रची है. इसके तहत मेला, रेलवे स्टेशन, भीड़-भाड़वाली जगहों पर हमला करने का षड्यंत्र रचा है. खुलासा […]
मुजफ्फरपुर ; केरल के 21 युवक भारतीय सुरक्षा के लिए खतरा बन गये हैं. गत वर्ष आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) से जुड़ने के बाद इन आतंकवादियों ने बिहार सहित देश के अलग-अलग जगहों पर हमले की साजिश रची है. इसके तहत मेला, रेलवे स्टेशन, भीड़-भाड़वाली जगहों पर हमला करने का षड्यंत्र रचा है. खुलासा होने के बाद बिहार सरकार के स्पेशल ब्रांच ने एंटी टेरेरिस्ट सेल (एटीएस) के साथ ही बिहार के सभी जिलों के डीएम, पुलिस पदाधिकारी व रेल एसपी को पत्र भेज अलर्ट किया है.
‘कहीं भी, कभी भी’ के आधार पर हमले का फरमान
पत्र में कहा गया है कि संदेश के माध्यम से आतंकियों को गोरिल्ला लड़ाई के लिए प्रेरित करते हुए हमले की रणनीति तैयार की गयी है. इसके तहत बिहार सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में ‘कहीं भी, कभी भी’ निशाना बनाने का फरमान जारी किया है. इस दौरान जहरीली गैस, अत्याधुनिक स्वचालित हथियार, विस्फोटक और चाकू का इस्तेमाल करने को कहा गया है.
आतंकियों के मैसेंजर ग्रुप से हुआ खुलासा
केरल में आतंकियों द्वारा संचालित एक मैसेंजर ग्रुप पर जारी गोपनीय संदेश से स्पेशल ब्रांच को आतंकी हमले के षड्यंत्र की जानकारी हुई. आतंकी संगठन आइएस ज्वाइन करनेवाले केरल के युवकों ने अपने एक विशेष मैसेंजर ग्रुप टेलीग्राम चैनल (लाइट फॉर केरला) पर वीडियो के माध्यम से अपने साथियों के लिए गोपनीय संदेश जारी किया था. केरल के अब्दुल राशिद अब्दुल्ला ने मलयालम में हमले की कार्ययोजना का फरमान जारी किया था. इस गोपनीय संदेश को स्पेशल ब्रांच ने पकड़ लिया.
अफगानिस्तान में मिली है ट्रेनिंग
विशेष शाखा ने कहा है कि केरल के 21 युवक जून 2016 में आइएस से जुड़े. इसके बाद इन्होंने अफगानिस्तान के नानगरहर क्षेत्र में विशेष ट्रेनिंग ली. ट्रेनिंग कैंप से निकलने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में लोन वुल्फ अटैक (गोरिल्ला हमला) का षड्यंत्र रचा है. नेपाल सीमा से सटे स्थानों पर आसानी से घुसपैठ होने की स्थिति में बिहार को निशाना बनाया गया है.