अब बायोमीट्रिक सिस्टम से बनेगी शिक्षकों की हाजिरी

मार्च तक पीजी डिपार्टमेंट व सभी कॉलेजों में लग जायेगा सिस्टम मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विवि के पीजी डिपार्टमेंट के साथ ही सभी कॉलेजों में अब शिक्षकों की हाजिरी बायोमीट्रिक सिस्टम से बनेगी. राजभवन ने शिक्षकों की लेटलतीफी व कम उपस्थिति की शिकायत को गंभीरता से लिया है. विवि व कॉलेजों में शिक्षकों की कम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 30, 2017 9:29 AM
मार्च तक पीजी डिपार्टमेंट व सभी कॉलेजों में लग जायेगा सिस्टम
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विवि के पीजी डिपार्टमेंट के साथ ही सभी कॉलेजों में अब शिक्षकों की हाजिरी बायोमीट्रिक सिस्टम से बनेगी. राजभवन ने शिक्षकों की लेटलतीफी व कम उपस्थिति की शिकायत को गंभीरता से लिया है. विवि व कॉलेजों में शिक्षकों की कम उपस्थिति के कारण ही शैक्षणिक वातावरण भी बिगड़ रहा है.
राजभवन की ओर से बीआरए बिहार विवि के कुलपति को पत्र भेज कर स्थिति सुधारने के लिए सख्ती का आदेश दिया गया है. पत्र में कहा गया है कि कॉलेजों में शिक्षकों की उपस्थिति बहुत कम हो रही है. इसमें सुधार की जरूरत है.
शिक्षक व कर्मचारियों पर निगरानी के लिए राजभवन ने मार्च 2018 तक सभी कॉलेजों व पीजी डिपार्टमेंट में बायोमीट्रिक सिस्टम लगाने को कहा है. सिस्टम लागू होने के बाद यह आसानी से पता चल जायेगा कि किस डिपार्टमेंट व कॉलेज में कितने शिक्षक व कर्मचारी समय से आ रहे हैं.
कॉलेजों की जांच को बनेगी विवि की टीम : कॉलेजों में शिक्षकों की उपस्थिति की जांच के लिए विवि की ओर से निरीक्षण कराया जायेगा. इसके लिए विवि को धावादल का गठन करना है.
राजभवन ने आदेश दिया है कि विवि का धावादल हर दिन किसी न किसी कॉलेज में औचक निरीक्षण करेगा और उसी दिन इसकी रिपोर्ट राजभवन को भेजेगा.
राजभवन ने कहा है कि शिक्षक व छात्रों को नियमों का पालन करना होगा. विवि प्रशासन को यह जिम्मेदारी दी गयी है कि इसके लिए पूरी सख्ती कर सकता है. हर हाल में विवि व काॅलेजों का अनुशासन बनाये रखना है.
कई माह से हो रही थी निगरानी :
पीजी डिपार्टमेंट में शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर राजभवन पिछले कई महीनों से निगरानी कर रहा है.रजिस्ट्रार कार्यालय से प्रतिदिन की रिपोर्ट भेजी जाती है. सभी पीजी डिपार्टमेंट से दोपहर 12 बजे शिक्षकों की उपस्थिति की रिपोर्ट रजिस्ट्रार कार्यालय को भेजी जाती है, जहां से सभी विभागों की कंपाइल रिपोर्ट राजभवन को दी जाती है. हालांकि, इसमें भी कई विभाग मनमानी करते हैं, या फिर देर से आनेवाले शिक्षकों के बारे में कोई रिपोर्ट नहीं दी जाती है.

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