ठंड से निमोनिया व कोल्ड डायरिया का बढ़ा प्रकोप
मुजफ्फरपुर : शीतलहर में थोड़ी सी लापरवाही आपके लाडले को बीमार कर सकती है. ठंड की वजह से बच्चों में निमोनिया व उल्टी-दस्त का प्रकोप बढ़ गया है. रविवार को केजरीवाल अस्पताल में 24 बच्चे भर्ती किये गये, जबकि वार्ड में अभी कुल 130 बच्चे भर्ती हैं. वहीं, सदर अस्पताल में आधा दर्जन बच्चे इंमरजेंसी […]
मुजफ्फरपुर : शीतलहर में थोड़ी सी लापरवाही आपके लाडले को बीमार कर सकती है. ठंड की वजह से बच्चों में निमोनिया व उल्टी-दस्त का प्रकोप बढ़ गया है. रविवार को केजरीवाल अस्पताल में 24 बच्चे भर्ती किये गये, जबकि वार्ड में अभी कुल 130 बच्चे भर्ती हैं. वहीं, सदर अस्पताल में आधा दर्जन बच्चे इंमरजेंसी में इलाज कराने पहुंचे थे. डॉ कौशल कुमार मिश्र के अनुसार ठंड में अभिभावकों की थोड़ी सी भी लापरवाही बच्चों को बीमार कर सकती है.
ऐसे समय में ठंड से बचाव के लिए सावधानियां बरतने की आवश्यकता है. दुधमुहे बच्चों की मां खुद काे ठंड से बचाव करें, इनका असर बच्चों पर पड़ता है. बीमार होने पर देशी दवाएं व झाड़-फूंक के चक्कर में न पड़ें. बीमारी का आभास होने पर तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लें.
चरम पर पहुंची ठंड, पांच से नीचे आया पारा
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर में हो रही बर्फवारी से ठंड चरम पर पहुंच गया है. बर्फीली हवा से हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है. ठंड से बचने के लिए लोग दोपहर में ही घर में दुबकने को मजबूर हो रहे हैं. रविवार को मौसम का सबसे सर्द दिन रहा. पारा लुढ़क कर पांच डिग्री सेल्सियस के नीचे चला आया है. अधिकतम 12.7 व न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
लगातार गिरते पारे के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक ठंड का शिकार हो रहे हैं. कोल्ड डायरिया, निमोनिया, खांसी, कान में दर्द, सिर में दर्द, उल्टी व लूज मोशन होना कॉमन बीमारियां बन गयी है. बढ़ते ठंड को देखते हुए लोगों को बिना जरूरी काम के बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जा रही है. यदि बाहर निकलना हो तो पर्याप्त गर्म कपड़े लें. जिन्हें हीमोग्लोबिन की कमी या डायबिटीज है, उन्हें ठंड जल्दी असर करता है. लोग ठंडा पानी का सेवन बिल्कुल नहीं करें. गर्म पानी पीयें. भारी भोजन नहीं करें.
ठंड से बचने के लिए होमियापैथ की दवा ‘इकोलाइड 30’ या ‘रस्टक’ काफी कारगर है. किसी को ठंड लग जाये तो वे भी इस दवा काे ले सकते हैं. यह तुरंत फायदा करता है. दोनों में से कोई एक दवा की दो बूंद सुबह, दोपहर व रात में लेनी चाहिए. स्वस्थ व्यक्ति भी यह दवा ले सकते हैं. यह दवा ठंड लगने से रोकता है.
डॉ कमर आलम, होमियोपैथ चिकित्सक