बिहार : मुजफ्फरपुर में जहरीली चाय पीने से एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत

मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आयी है. जानकारी के मुताबिक एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गयी है. बताया जा रहा है कि चारों लोगों ने जहरीली चाय पी ली थी, उसके बाद उनकी मौत हो गयी. घटना जिले के पारू थाना के वहदीनपुर गांव की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2018 3:17 PM

मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आयी है. जानकारी के मुताबिक एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गयी है. बताया जा रहा है कि चारों लोगों ने जहरीली चाय पी ली थी, उसके बाद उनकी मौत हो गयी. घटना जिले के पारू थाना के वहदीनपुर गांव की बतायी जा रही है. घटना सामने आने के बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में भारी संख्या में लोग पीड़ितों के घर के सामने जमा हो गये.

मिल रही जानकारी के मुताबिक सभी मृतक एक ही परिवार के लोग हैं. इसमें पति-पत्नी और उनके दो बच्चे शामिल बताये जा रहे हैं. वहीं चाय पीने वाला एक और बच्चा, जो उसी परिवार का बताया जा रहा है. उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. उसे स्थानीय अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. गांव के लोगों में चर्चा है कि गलती से चाय में कीटनाशक वाला जहर पड़ गया था. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है और मामले की छानबीन कर रही है.

दो दिनों के अंदर जहरीली चाय पीने से कुल सात लोगों की जान चली गयी है. छपरा के दरियापुर में मासूम बच्चे की भूल के कारण तीन लोगों की जान चली गयीथी. देखते ही देखते एक के बाद एक करके तीन लोगों की मौत हो गयीथी. मासूम अमित की भूल यह रही कि चायपत्ती जैसी दिखने वाली कीटनाशक दवा थाइमेट को चूल्हे पर बन रही चाय में डाल दिया. उसी चाय को छान कर उसकी दादी छठिया देवी अपने साथ पड़ोस की महिला देवकन्या देवी को पिला दीथी. साथ ही अमित और उसके छोटे भाई अंकुश को भी पिलाई. अमित को छोड़ कर तीन की मौत हो गयीथी.

अमित अभी भी जीवन और मौत से जूझ रहा है. उसे पीएमसीएच पटना में भर्ती कराया गया है. यह घटना डेरनी थाना क्षेत्र के खिड़कियां गांव की है. मामले में डीएसपी पंकज कुमार शर्मा ने कहा कि घटना स्थल पर जाकर हमने इसकी जांच की. मृतकों के परिजनों से पोस्टमार्टम कराने के लिए भी कहा गया, लेकिन इस मामले में किसी ने न तो कोई प्राथमिकी दर्ज करायी है और न ही पोस्टमार्टम कराया गया. दरअसल मृतकों के परिजन प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए तैयार नहीं हुए. इस वजह से पोस्टमार्टम नहीं कराया गया.

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