मटन व चिकेन पैकिंग के नाम पर चल रही थी फैक्टरी
मुजफ्फरपुर : बेला औद्योगिक क्षेत्र में 1970 में डॉ परवेज आलम ने अल्फा लेदर फैक्टरी के नाम पर जमीन आवंटन करायी थी. इसके बाद लेदर फैक्टरी की हालत जब खराब होती चली गयी तो वर्ष 2013 में उन्होंने बियाडा को आवेदन दिया कि वह लेदर फैक्टरी को मीट पैकिंग के नाम से चलाना चाहते है. […]
मुजफ्फरपुर : बेला औद्योगिक क्षेत्र में 1970 में डॉ परवेज आलम ने अल्फा लेदर फैक्टरी के नाम पर जमीन आवंटन करायी थी. इसके बाद लेदर फैक्टरी की हालत जब खराब होती चली गयी तो वर्ष 2013 में उन्होंने बियाडा को आवेदन दिया कि वह लेदर फैक्टरी को मीट पैकिंग के नाम से चलाना चाहते है. बियाडा ने उसे अनुमति दे दी. 2015 में कुछ दिनों तक फैक्टरी घाटे में चलने की बात कह बंद कर दी गयी और बियाडा को फैक्टरी बंद की सूचना दे दी गयी. लेकिन इसके बाद फैक्टरी कब से बीफ की पैकिंग कर विदेशों में सप्लाई करने लगी. इसकी जानकारी बियाडा के अधिकारियों के पास भी नहीं थी.