स्कूल से लौट रहे बच्चों को बोलेरो ने रौंदा, नौ की मौत
मुजफ्फरपुर में दर्दनाक हादसा. तेज रफ्तार की चपेट में 19 आये मुजफ्फरपुर/मीनापुर : मीनापुर थाना क्षेत्र के मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी एनएच 77 स्थित धर्मपुर में शनिवार की दोपहर 1.10 बजे एक भाजपा नेता की तेज रफ्तार बोलेरो (बीआर06पीए 7084) ने सड़क किनारे खड़े राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय के बच्चों सहित 19 लोगों को रौंद दिया. नौ बच्चों […]
मुजफ्फरपुर में दर्दनाक हादसा. तेज रफ्तार की चपेट में 19 आये
मुजफ्फरपुर/मीनापुर : मीनापुर थाना क्षेत्र के मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी एनएच 77 स्थित धर्मपुर में शनिवार की दोपहर 1.10 बजे एक भाजपा नेता की तेज रफ्तार बोलेरो (बीआर06पीए 7084) ने सड़क किनारे खड़े राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय के बच्चों सहित 19 लोगों को रौंद दिया. नौ बच्चों की मौत हो गयी, जबकि दस घायल हैं. पांच बच्चों की स्थिति गंभीर है.
स्कूल से निकल कर बच्चे सड़क किनारे खड़े थे. कुछ सड़क पार कर रहे थे, तभी तेज रफ्तार से गुजर रहे बोलेरो ने उन्हें रौंद दिया. इसके पहले दो महिलाएं भी बोलेरो की चपेट में आ गयीं. घटना के बाद भागने के चक्कर में गाड़ी सड़क किनारे गड्ढे में पलट गयी. चालक को स्थानीय लोगों ने पकड़ने की काेशिश की, लेकिन वह भाग निकला. आक्रोशित लोगों ने स्कूल में जम कर तोड़फोड़ की. प्राचार्य समेत अन्य शिक्षकों को दौड़ा कर पीटा.
स्कूल से लौट रहे…
लोगों ने स्कूल के डेस्क व बेंच को एनएच पर रख कर आग लगा दी. यह जिम्मेवारी हेडमास्टर की होगी. लोगाें का कहना था कि छुट्टी के समय छोटे-छोटे बच्चे को सड़क पार करा कर उन्हें सुरक्षित घर भेजना शिक्षकों की जिम्मेदारी है. स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव के डीलर से सकीना खातून व उसकी बेटी समीना खातून राशन लेकर लौट रही थीं. इसी बीच सीतामढ़ी की ओर से भाजपा नेता मनोज बैठा का बोर्ड लगे तेज रफ्तार बोलरो ने मां-बेटी को ठोकर मार दी.
दोनों को ठोकर लगते ही चालक तेजी से गाड़ी लेकर भागना चाहा. जल्दीबाजी में चालक ने सड़क किनारे खड़े स्कूली बच्चाें को रौंद दिया. मौके पर चीख पुकार मच गयी. मीनापुर पुलिस का कहना था कि बोलेरो सीतामढ़ी के सोनबरसा थाना के फतेहपुर निवासी मनोज बैठा के नाम पर है.
एक ही परिवार के चार बच्चों की मौत
आंखों देखी
सोनी कुमारी तीसरी कक्षा की छात्रा(राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, धर्मपुर पूर्वी )धर्मपुर मुख्य चौक की रहने वाली सोनी कुमारी राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय में तीसरी कक्षा में पढ़ती है. वह बताती है कि दोपहर एक बजे स्कूल में छुट्टी हुई थी. शनिवार होने के कारण सभी बच्चों को खिचड़ीिखलायी गयी थी. छुट्टी होने के बाद वह सभी बच्चों के साथ स्कूल से निकल कर एनएच पर आ गयी थी. सभी बच्चे सड़क पार कर अपने-अपने घर जाने की तैयारी में थे. वह अकेले ही अपने घर की तरफ बढ़ चली. इसी बीच तेज आवाज हुई तो वह पीछे मुड़ी. उसने देखा कि सड़क पर नीता, रचना सहित कई उसके दोस्त खून से लथपथ थे.