बिहार : सांस अटकी, तो जीवनसंगिनी ने भी छोड़ा साथ, लौटी तो आ गयी थामने

मुजफ्फरपुर : शादी के मंडप में साथ फेरे लेते हुए पति-पत्नी जीवन भर साथ निभाने का वादा करते हैं. सुख-दुख में एक-दूसरे का दामन थाम कदम-से-कदम मिला कर चलने की कसमें खाते हैं. पत्नी पूरे जीवन पति की परछाई बनकर चलने को अपना सौभाग्य समझती है. लेकिन, इसके उलट मीनापुर के धर्मपुर में हुए सड़क […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 26, 2018 9:23 AM
मुजफ्फरपुर : शादी के मंडप में साथ फेरे लेते हुए पति-पत्नी जीवन भर साथ निभाने का वादा करते हैं. सुख-दुख में एक-दूसरे का दामन थाम कदम-से-कदम मिला कर चलने की कसमें खाते हैं. पत्नी पूरे जीवन पति की परछाई बनकर चलने को अपना सौभाग्य समझती है. लेकिन, इसके उलट मीनापुर के धर्मपुर में हुए सड़क हादसे में जख्मी जगदेव सहनी जिंदगी-मौत से जूझ रहा था, तो उसकी पत्नी ललिता देवी भी साथ छोड़ अपने मायके चली गयी. मौत को मात देकर रविवार को जब उसे होश आया, तो बार-बार अपनी पत्नी को ढूंढ़ रहा था.
जगदेव अपनी मां मंजू देवी व पिता सुखारी सहनी से अपनी पत्नी को देखने की जिद्द कर रहा था. परिजन उसे बार-बार समझा रहे थे कि वह अपने मायके गयी है. जल्द ही वापस लौट आयेगी. इधर, ललिता भी अपनी पति को होश में आने की खबर सुनते ही अपने आप को रोक नहीं पायी. शाम करीब चार बजे वह अपनी मां के साथ एसकेएमसीएच पहुंच गयी. पत्नी को सामने देख जगदेव की आंखों से आंसू निकलने लगे.
सारे गिले-शिकवे भुलाकर दोनों परिवार के लोग आपस में मिल गये. जगदेव की हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रही है. डाॅक्टरों की माने, तो वह खतरे से बाहर है. जल्द ही उसे घर भेज दिया जायेगा.
जगदेव की मां मंजू देवी ने कहा
सड़क हादसे में जख्मी होने के बाद उसके बेटे की सास ने इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था. मोबाइल पर उसे घटना की सूचना मिली. बेटे की हालत गंभीर की सूचना पर जैसे ही एसकेएमसीएच पहुंची कि उसकी सास बहाना बना कर वहां से निकल गयी. फिर, उसके घर जाकर अपनी बेटी को भी साथ लेकर चली गयी. देर शाम तक नहीं लौटी, तो मोबाइल पर फोन किया. ललिता ने कहा कि अब उसका पति ही नहीं जिंदा है, तो वह ससुराल में क्यों रहेगी. दोपहर दो बजे तक वह वापस नहीं लौटी. लेकिन, शाम में उसे गलती का एहसास हुआ, तो वापस लौट आयी.

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