बिहार में मनरेगा की स्थिति खराब
मुजफ्फरपुर: आचार्य इंद्रदेव अध्ययन केंद्र के तत्वावधान में शुक्रवार को ‘आर्थिक विकास, जीने का अधिकार’ विषय पर आरबीबीएम कॉलेज में संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी में मुख्य वक्ता इलाहाबाद विवि के अर्थशास्त्री प्रो ज्यां द्रेज थे. प्रो ज्यां द्रेज इन दिनों अपने दर्जन भर सामाजिक व अर्थशास्त्री के साथ देश के विभिन्न राज्यों का […]
मुजफ्फरपुर: आचार्य इंद्रदेव अध्ययन केंद्र के तत्वावधान में शुक्रवार को ‘आर्थिक विकास, जीने का अधिकार’ विषय पर आरबीबीएम कॉलेज में संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी में मुख्य वक्ता इलाहाबाद विवि के अर्थशास्त्री प्रो ज्यां द्रेज थे.
प्रो ज्यां द्रेज इन दिनों अपने दर्जन भर सामाजिक व अर्थशास्त्री के साथ देश के विभिन्न राज्यों का दौरा कर सामाजिक व आर्थिक विकास का जायजा ले रहे हैं. वे इसी कड़ी में मुजफ्फरपुर में पहुंचे हैं. संगोष्ठी से पूर्व उन्होंने कुढ़नी समेत कई प्रखंडों का दौरा किया है.
इस दौरान वे केंद्र सरकार की चल रही कई प्रमुख योजनाएं जैसे मनरेगा, जविप्र, मिड डे मील, पेंशन आदि के बारे में जानकारी ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि बिहार में सबसे खराब मनरेगा व जन वितरण प्रणाली की स्थिति है. गांव में मनरेगा के नाम पर लूट-खसोट हो रहा है.
प्रो ज्यां ने कहा कि बिहार से अच्छी स्थिति छत्तीसगढ़ की जविप्र योजना की है. वहां गरीबों को मात्र एक रुपया प्रति किलोग्राम अनाज मिल रहा है. अध्यक्षता डॉ विजय कुमार जायसवाल व संचालन सामाजिक कार्यकर्ता शाहिद कमाल किया मौके पर डॉ दीप्ति राय, लक्षणदेव प्रसाद सिंह, डॉ विकास नारायण उपाध्याय, डॉ अरुण कुमार सिंह, डॉ नंद किशोर नंदन आदि मौजूद थे.