एइएस से बचाव की तैयारी नहीं

मुजफ्फरपुर : एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एइएस) बीमारी की शुरुआत में अब एक महीने से भी कम दिन शेष रह गये हैं. पिछले चार वर्षों के रिकॉर्ड के अनुसार हर वर्ष यह बीमारी मार्च के अंत व अप्रैल के प्रथम सप्ताह से शुरू हो जाती है. गर्मी शुरू होते ही चमकी-बुखार से पीड़ित बच्चे अस्पताल पहुंचने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 6, 2018 9:28 AM
मुजफ्फरपुर : एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एइएस) बीमारी की शुरुआत में अब एक महीने से भी कम दिन शेष रह गये हैं. पिछले चार वर्षों के रिकॉर्ड के अनुसार हर वर्ष यह बीमारी मार्च के अंत व अप्रैल के प्रथम सप्ताह से शुरू हो जाती है.
गर्मी शुरू होते ही चमकी-बुखार से पीड़ित बच्चे अस्पताल पहुंचने लगते हैं. हालांकि इस बीमारी से बचाव व इलाज की तैयारी अभी तक स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुरू नहीं की गयी है. जिला अस्पताल में अभी तक इसके लिए एइएस वार्ड भी नहीं बनाया गया है. जिले के डॉक्टर व पारामेडिकल स्टाफ का प्रशिक्षण भी शुरू नहीं हुआ है.
शिशु रोग विशेषज्ञों की प्रतिनियुक्त नहीं : सदर अस्पताल में मात्र एक शिशु रोग विशेषज्ञ कार्यरत हैं, जबकि एइएस के इलाज के लिए अलग से विशेषज्ञ चिकित्सकों की जरूरत होती है. इस बार अभी तक जिले से इसके लिए राज्य स्वास्थ्य समिति को प्रस्ताव नहीं भेजा गया है.
इलाज की विभागीय तैयारी की पहल भी नहीं हुई है.
गांवों में नहीं चला जागरूकता अभियान : एइएस से बचाव के लिए गांवों में जागरूकता अभियान की शुरुआत नहीं हो पायी है. ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर एइएस से बचाव के लिए पर्चे बांटना व लोगों को बीमारी से बचाव की जानकारी देने का काम आशा व एएनएम के जिम्मे है. यह काम फरवरी से ही शुरू हो जाना चाहिए था.

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