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हॉलीवुड फिल्म ब्लेड रनर 2049 को विजुअल इफेक्ट में मिला पुरस्कार
मुजफ्फरपुर : शहर की बेटी संसृति नंदा व उनकी टीम के काम ने देश ही नहीं दुनिया में परचम लहराया है. हॉलीवुड फिल्म ब्लेड रन 2049 को बेस्ट विजुअल इफेक्ट के लिए 2018 का ऑस्कर अवार्ड दिलाने में इस टीम की मुख्य भूमिका रही है.
इस फिल्म को रविवार को लांस एजेंल्स के डॉल्वी थियेटर में ऑस्कर अवार्ड से नवाजा गया था. फिल्म के पोस्ट प्रोडक्शन में संसृति ने इसके विजुअल इफेक्ट पर काम किया था. लगातार दो महीने की मेहनत के बाद विजुअल इफेक्ट में शानदार प्रयोग कर इस फिल्म को ऑस्कर अवार्ड तक पहुंचाया.
पोस्ट प्रोडक्शन का काम मुंबई के डबल नगेटिव कंपनी ने किया था. यहां फिल्म के विजुअल इफेक्ट के एक-एक पहलू पर 20 लोगों की टीम लगातार मेहनत कर रही थी. टीम में मुख्य भूमिका निभाने वाली संसृति ने इसमें कई प्रयोग भी किये थे. संसृति ने बताया कि डबल नगेटिव कंपनी में हॉलीवुड फिल्मों के विजुअल इफेक्ट पर ही काम किया जाता है. वह अब तक 40 हॉलीवुड फिल्मों का काम कर चुकी हैं.
पोस्ट प्रोडक्शन के रोटोस्कोपिंग तकनीक पर वह काम करती हैं. वह पिछले एक साल से यह काम कर रही हैं. इतने कम समय में किये गये किसी काम पर ऑस्कर अवार्ड मिलना बड़ी उपलब्धि है. संसृति कहती हैं कि इस फिल्म का ऑस्कर में नोमिनेशन होगा, इसकी उम्मीद हम कर रहे थे, लेकिन ऑस्कर अवार्ड मिलेगा, इसकी कल्पना नहीं थी. यह हमारे लिए गर्व की बात है.
एक साल की मेहनत में दुनिया में लहराया परचम
मुजफ्फरपुर में स्कूली शिक्षा
गोशाला रोड निवासी बैंककर्मी व अयोध्या प्रसाद खत्री संस्थान के संयोजक वीरेन नंदा की पुत्री संसृति की प्रारंभिक शिक्षा शहर में ही हुई थी. सेंट जेवियर्स से हायर सेकेंड्री करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए वह दिल्ली चली गयीं. वहां उन्होंने ग्रेजुएशन के बाद एनीमेशन का कोर्स किया.
इसके बाद वहीं एक कंपनी में काम करने लगीं. पिछले एक वर्ष से इन्होंने हॉलीवुड फिल्मों का काम करने वाली कंपनी डबल नगेटिव ज्यावन किया था. बेटी की उपलब्धि पर वीरेन नंदा कहते हैं कि संसृति बचपन से ही क्रियेटिव थी. एनीमेशन फिल्मों में उसकी खास रुचि थी. हम सभी खुश हैं.