नयी इबारत लिख रहीं महिलाएं : सुब्बाराव
बदलाव l युवा एकता व सद्भावना शिविर में बोले प्रख्यात गांधीवादी मीनापुर : महात्मा गांधी चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर मीनापुर के यदु भगत किसान महाविद्यालय में युवा एकता व सद्भावना शिविर में प्रख्यात गांधीवादी व राष्ट्रीय युवा योजना के निदेशक डॉ एसएन सुब्बाराव ने कहा कि देश की […]
बदलाव l युवा एकता व सद्भावना शिविर में बोले प्रख्यात गांधीवादी
मीनापुर : महात्मा गांधी चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर मीनापुर के यदु भगत किसान महाविद्यालय में युवा एकता व सद्भावना शिविर में प्रख्यात गांधीवादी व राष्ट्रीय युवा योजना के निदेशक डॉ एसएन सुब्बाराव ने कहा कि देश की महिलाओं में काफी बदलाव आया है. हमें इसी सोच के साथ आगे बढ़ना है.
महिलाएं चौखट लांघ कर विकास की नयी इबारत लिख रही हैं. अमेरिका में लड़कियों का ध्यान ध्रुमपान व नशापान पर है. वहीं हमारे देश की लड़कियां स्वर्ण पदक जीतने पर ध्यान दे रही हैं. शिविर का उद्घाटन सुब्बाराव के साथ पूर्व विधायक जनकधारी प्रसाद कुशवाहा, प्रमुख राधिका देवी, प्रशिक्षु आइएएस सह बीडीओ वर्षा सिंह, पूर्व प्राचार्य जयनारायण प्रसाद व संयोजक रामेश्वर प्रसाद ने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलित कर किया.
सुब्बाराव ने कहा कि आज 193 देशों में महिला दिवस मनाया जा रहा है. आज के दिन हमे संकल्प लेना होगा कि हमें विदेशी संस्कृति नहीं बल्कि स्वदेशी संस्कृति अपनाना होगा. उन्होंने कहा कि अमेरिका में उन्होने हिंदुस्तान का मंत्र लोगों को सिखाया है.
मातृ देवो भव:, पितृ देवो भव, आचार्य देवो भव: आदि. अर्थात मां को भगवान मानों, पिता को भगवान मानों, आचार्य, अतिथि व प्रकृति को भगवान मानों.
उन्होंने कहा कि भारत हमारी माता है. एक घंटा देह को और एक घंटा अपने देश को जरूर दो. लोग कहते हैं कि शराब पीना और झगड़ा करना सबसे बड़ा पाप है. किंतु स्वामी विवेकानंद कहते थे कि अपने आप को कमजोर मानना सबसे बड़ा पाप है.
कभी अपने आप को पापी नहीं मानना. कार्यक्रम की अध्यक्षता मुखिया संघ की अध्यक्षा नीलम कुशवाहा ने की. संचालन एचएम डॉ श्यामबाबू प्रसाद ने किया. अतिथियों का स्वागत अमन सेवा संस्थान के संयोजक डॉ रामेश्वर प्रसाद व स्वागत भाषण पूर्व प्राचार्य जयनारायण प्रसाद ने किया. मौके पर अशोक भारत, विश्वनाथ प्रसाद कुशवाहा, मालती सिंह, प्रज्ञा कुमारी, मेनका, रामदेनी प्रसाद, विजय प्रसाद, उपेंद्र कुमार, उदय कुमार, मिंटू कुशवाहा, ईश्वर कुमार गुप्ता, जितेंद्र कुमार, प्रो लक्ष्मीकांत आदि उपस्थित थे.