लाखों रुपये के कर्ज से तनाव में थे ठेकेदार दीपू

मुजफ्फरपुर : ठेकेदारी और अन्य व्यवसाय कर अपने परिवार का भरण पोषण करनेवाले ठेकेदार दीपू कुमार कर्ज को लेकर तनाव में थे. ठेकेदारी के लिए उन्होंने बोकारो के ही एक व्यक्ति से लाखों रुपये कर्ज लिया था. लगातार तगादा से तनावग्रस्त दीपू ने शहर के एक होटल में कमरे में पंखे से लटक अपनी जान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2018 8:36 AM
मुजफ्फरपुर : ठेकेदारी और अन्य व्यवसाय कर अपने परिवार का भरण पोषण करनेवाले ठेकेदार दीपू कुमार कर्ज को लेकर तनाव में थे. ठेकेदारी के लिए उन्होंने बोकारो के ही एक व्यक्ति से लाखों रुपये कर्ज लिया था.
लगातार तगादा से तनावग्रस्त दीपू ने शहर के एक होटल में कमरे में पंखे से लटक अपनी जान गंवा दी. सुसाइड करने से पूर्व उन्होंने अपनी पत्नी को पत्र लिखा था. चार पन्नों में लिखे पत्र में उन्होंने कई बातों का खुलासा किया है. पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शुक्रवार को शव परिजनों को सौंप दिया. परिजन शव को लेकर बोकारो चले गये.
पत्नी को परिवार की देखभाल की दी नसीहत: पत्नी के नाम लिखे सुसाइड नोट में ठेकेदार दीपू ने परिवार के लोगों की देखभाल करने की नसीहत दी है. साथ ही बच्चों को उचित शिक्षा दिला कर उच्च अधिकारी बनाने के उसके सपने को पूरा करने की जिम्मेवारी दी है. सुसाइड नोट के अवलोकन के बाद वहां उपस्थित पुलिस पदाधिकारी की आंखें भर आयीं.
17 दिन पूर्व अचानक घर से गायब हो गया था ठेकेदार : होटल में सुसाइड करनेवाले ठेकेदार दीपू गत 20 फरवरी को अपने घर से अचानक गायब हो गये थे. काफी खोजबीन के बाद भी जब वे नहीं मिले, तो परिजनों ने स्थानीय थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी थी.
होटल से मिले मोबाइल और आधार कार्ड के आधार पर सदर पुलिस ने बोकारो के दुग्धा थाने से संपर्क कर उन्हें इस घटना की जानकारी दी. बोकारो पुलिस ने परिजनों को इस घटना से अवगत कराया. बोकारो से निकलने के बाद दीपू इधर-उधर भटकते हुए 2 मार्च को इस शहर में पहुंचे थे. इस शहर में संबंधियों के रहने के बावजूद वे सदर थाना के भगवानपुर चौक स्थित एक होटल में ठहरे थे.
शहर के मोतीझील और अहियापुर में उनके भाई सहित अन्य निकट संबंधी रहते हैं, लेकिन उन्होंने किसी को भी यहां पहुंचने की भनक नहीं लगने दी. होटल मैनेजर के पूछने पर वह व्यापार के सिलसिले में यहां आने की बात कही थी.

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