दो कोचिंग संस्थानों के दस ठिकानों पर आयकर सर्वे

60 अधिकारियों की टीम ने की खाते-बही के अलावा निवेश की जांच मुजफ्फरपुर : इनकम टैक्स विभाग ने बुधवार को शहर के दो कोचिंग संस्थानों के दस ठिकानों पर एक साथ सर्वे किया. कलमबाग, गोबरसही व बेला स्थित इंस्टीच्यूट व हॉस्टल के बही-खातों की जांच की गयी. कंप्यूटर के हार्ड डिस्क के डाटा को भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2018 9:32 AM
60 अधिकारियों की टीम ने की खाते-बही के अलावा निवेश की जांच
मुजफ्फरपुर : इनकम टैक्स विभाग ने बुधवार को शहर के दो कोचिंग संस्थानों के दस ठिकानों पर एक साथ सर्वे किया. कलमबाग, गोबरसही व बेला स्थित इंस्टीच्यूट व हॉस्टल के बही-खातों की जांच की गयी. कंप्यूटर के हार्ड डिस्क के डाटा को भी खंगाला गया. दोनों कोचिग सेंटर के बैंक अकाउंट, हॉस्टल रजिस्टर, एडमिशन फी रजिस्टर की जांच की जा रही है.
साथ अचल संपत्ति में निवेश का भी ब्योरा लिया जा रहा है. संयुक्त आयकर आयुक्त पीटी भूटिया के निर्देश पर सहायक आयकर आयुक्त राकेश रंजन के नेतृत्व में सर्वे किया गया. इसमें 60 अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम शामिल थी. इनमें मुख्य रूप से कुमार राय राजेश, संजय वर्मा, कुमार अच्युतम, विनोद कुमार, केके मिश्रा, मुन्ना राम, रामचंद्र राम, अनोज सिह, भगवत शरण झा शामिल हुए. संयुक्त आयुक्त मो शादाब अहमद ने बताया कि इसके अलावा नौ अन्य कोचिंग संस्थान के रिटर्न की जांच की गयी है.
इनके यहां भी जल्द सर्वे किया जायेगा. उन्होंने कहा है कि एडवांस टैक्स जमा करने की तथि 15 मार्च तक है. 31 मार्च तक ब्याज के साथ एडवांस टैक्स जमा किया जायेगा. उन्होंने कहा कि सेल्फ असेसमेंट टैक्स या एडवांस टैक्स से अधिक सेल्फ असेसमेंट टैक्स जमा करनेवाले सभी लोगों के रिटर्न की जांच की जा रही है. दुकानदारों व व्यापारियों पर सर्वे की कार्रवाई जल्द ही शुरू हो जायेगी. मुजफ्फरपुर अंचल के तहत 11 जिलों की सूची बना ली गयी है.
इन ट्रेडों के कारोबारियों के यहां होगा सर्वे : ऑटो पार्ट्स, केक-पेस्ट्री, कैटरिंग, मिठाई, मिनरल वॉटर, बिजली सामान, बैट्री इन्वर्टर, जूते-चप्पल, रेडिमेड कपड़ा दुकानदार, गल्ला व्यापारी, विवाह एव पूजा सामान, ब्यूटी प्रॉडक्ट, स्टेशनरी, काॅपी-किताब, किराना दुकानदार, कोचिंग सेंटर, प्राइवेट ट्यूटर, पैथोलैब, वाटर प्यूरीफायर, वेल्डिंग, गिफ्ट आइटम, होटल रेस्टोरेंट, सीमेंट छड़ गिट्टी व टाइल्स प्रतिष्ठानों को जांच के दायरे मे पहली बार लाया गया है. नोटबंदी के समय से इनके बैंक अकाउंट की जांच की जा रही थी. अब आयकर रिटर्न फाइल नहीं करने पर सर्वे की कार्रवाई की जायेगी.

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