इंसेफ्लाइटिस के लिए तैयारी अधूरी
मुजफ्फरपुर : शहर के अस्पतालों में तो इंसेफ्लाइटिस की रोकथाम के लिए तैयारी कर ली गयी है, लेकिन जिले के पीएचसी में कोई तैयारी नहीं है. अभी तक इसको लेकर न तो कोई ठोस कदम उठाये गये हैं और न ही इंसेफ्लाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर ही इलाज की सभी जरूरी सुविधाओं से लैस हुए हैं. अप्रैल […]
मुजफ्फरपुर : शहर के अस्पतालों में तो इंसेफ्लाइटिस की रोकथाम के लिए तैयारी कर ली गयी है, लेकिन जिले के पीएचसी में कोई तैयारी नहीं है. अभी तक इसको लेकर न तो कोई ठोस कदम उठाये गये हैं और न ही इंसेफ्लाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर ही इलाज की सभी जरूरी सुविधाओं से लैस हुए हैं. अप्रैल महीने से एइएस के मरीजों का अस्पताल आना शुरू हो जाता है. यानी इस बार भी आधी-अधूरी तैयारी व सीमित संसाधनों के भरोसे स्वास्थ्य विभाग इंसेफ्लाइटिस से जंग लड़ेगा. जिले में कुल 16पीएचसी हैं,
जहां अबतक इंसेफ्लाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर नहीं बनाये गये हैं. इन पीएचसी में इलाज के लिए पर्याप्त दवाएं, मानव व अन्य संसाधन, आवश्यक उपकरण, रक्त जांच की सुविधा व मरीजों को समय से अस्पताल तक पहुंचाने के लिए ट्रांसपोटेशन की सुविधा उपलब्ध नहीं करायी गयी है.
पीएचसी में एइएस
वार्ड के साथ पर्याप्त संख्या में शिशु रोग विशेषज्ञ नहीं हैं. सीएस डॉ ललिता सिंह ने कहा कि इंसेफ्लाइटिस को लेकर विभाग गंभीर है. इससे निबटने के लिए तैयारी पूरी कर ली गयी है. जिले के सभी 16 पीएचसी को दवाओं व अन्य संसाधनों से लैस करते हुए आशा व एएनएम को निर्देश दिया गया है. गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल तक पहुंचाने के लिए 108 नंबर के एंबुलेंस के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं के उपयोग में आने वाले 102 नंबर के एंबुलेंस को भी इंसेफ्लाइटिस मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में प्रयोग करने को कहा गया है.