बंद का पता था तो परीक्षा दिलाने के लिए क्यों निकले

मुजफ्फरपुर : भाई बांस बल्ला हटा लीजिए, जाने दीजिए, परीक्षा छूट जायेगी. हम कुछ नहीं जानते हैं, वापस जाइये, बंद का पता था तो परीक्षा दिलाने के लिए के लिए क्यों निकले. कुछ इसी तरह बंद समर्थकों से आरजू मिन्नत कर रहे थे सीबीएसई दसवीं के परीक्षार्थी व उनके अभिभावक. लेकिन डंडा लाठी से लैस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 3, 2018 4:56 AM

मुजफ्फरपुर : भाई बांस बल्ला हटा लीजिए, जाने दीजिए, परीक्षा छूट जायेगी. हम कुछ नहीं जानते हैं, वापस जाइये, बंद का पता था तो परीक्षा दिलाने के लिए के लिए क्यों निकले. कुछ इसी तरह बंद समर्थकों से आरजू मिन्नत कर रहे थे सीबीएसई दसवीं के परीक्षार्थी व उनके अभिभावक. लेकिन डंडा लाठी से लैस बंद समर्थकों पर इसका असर नहीं दिख रहा था. चिलचिलाती धूप में जाम में फंसे परीक्षा केंद्र पर पहुंचने को बेचैन छात्र – छात्राओं के चेहरे पर तनाव देखा जा सकता था. वैसे तो यह परेशानी कमोबेश सभी परीक्षा केंद्र पर जाने वाले छात्रों को झेलनी पड़ी. लेकिन सबसे अधिक कठिनाई का सामना कांटी स्थित निजी स्कूल के परीक्षा केंद्र के छात्रों को हुई.

शहर से 12 किमी स्थित इस स्कूल तक जाने व आने के दौरान परीक्षार्थियों एवं अभिभावक को बंद समर्थकों के कोप का सामना करना पड़ा. शहर से परीक्षा केंद्र तक जाने में छात्रों व उनकेे अभिभावक को एक दर्जन से अधिक स्थानों पर बंद समर्थकों से जूझना पड़ा. एनएच 28 के जाम हाेने की सूचना पर अभिभावक अपने बच्चे को गांव के रास्ते लेकर परीक्षा केंद्र पर पहुंचे. हालांकि, इस दौरान भी बंद समर्थकों से उन्हें जूझना पड़ा. गांव के रास्ते को भी कई जगह घेर दिया गया गया था. जो लोग जल्दी में निकलना चाहते थे, उनके साथ बंद समर्थक गलत तरीके से पेश आ रहे थे. खेत के रास्ते आने वाले को भी खदेड़ा जा रहा था.

यही नहीं परीक्षा केंद्र के पास बंद समर्थक कुछ देर तक हंगामा करते रहे. इसकी वजह से परीक्षा खत्म होने के बाद भी कुछ देर तक स्कूल का गेट नहीं खोला गया.
बाइक व कार पर झंडा लगा पहुंचे छात्र व अभिभावक
बंद समर्थकों का खौफ किस कदर था कि कुछ छात्र व अभिभावक बंद समर्थक का झंडा लगा कर परीक्षा केंद्र पर पहुंचे. आमगोला से आये एक अभिभावक ने बताया कि रात में ही झंडा का जुगाड़ कर लिए थे.
इसके कारण उन्हें परेशानी नहीं हुई है. स्कूटी से आये छात्र ने भी झंडा लगा रखा था. छात्र ने बताया कि उसके पड़ोसी ने झंडा दिया. झंडा लगा देख रास्ते में किसी ने परेशान नहीं किया.
गैरहाजिर छात्रों को किया पास, टेबुलेटर को शोकॉज
परीक्षा नियंत्रक को दिया गया है जिम्मा
बीआरएबीयू के प्रोवीसी प्रो आरके मंडल ने बताया कि रिजल्ट में कुछ चूक हुई है. मामले में संबंधित लोगों को शोकॉज भी किया गया है. इस मामले में कार्रवाई की पूरी जिम्मेदारी परीक्षा नियंत्रक को सौंपी गई है. उन्हीं के स्तर से कार्रवाई की जाएगी.
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