मुजफ्फरपुर : बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को रोकने को लेकर 31 मार्च तक जिले के सभी स्कूल बसों की रफ्तार को नियंत्रित करने के लिए उसमें 40 किमी प्रतिघंटा रफ्तार वाला गति नियंत्रक (स्पीड गवर्नर) लगाना था. लेकिन एक स्कूल बस में एजेंसी ने 40 किमी की जगह 60 किमी प्रतिघंटा वाला यंत्र लगा दिया. एमवीआइ संजय कुमार टाइगर ने सर्टिफिकेट पर काउंटर साइन में इस गड़बड़ी को पकड़ लिया. इसके अलावा यात्री बस व ट्रक के दो तीन ऐसे मामले सामने आये हैं,
इसमें बस में 60 की जगह 80 आैर ट्रक में 80 की जगह 60 किमी प्रतिघंटा रफ्तार वाला स्पीड गवर्नर लगा दिया गया. इसके बाद यंत्र लगाने वाले एजेंसी को हिदायत दी की वह इसका ध्यान रखे नहीं तो उनके ट्रेड लाइसेंस को कैंसिल कर दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि स्कूली वाहन में 40, बस में 60 व ट्रक में 80 किमी प्रतिघंटा रफ्तार वाला गति नियंत्रक यंत्र लगाना है. वहीं बताते चले कि अब तक जिले के 50 प्रतिशत स्कूली बच्चों को ले जाने वाले वाहनों में स्कूल प्रबंधन ने इस यंत्र को नहीं लगाया है.
जबकि सुप्रीम कोर्ट के जारी आदेश के आलोक में सरकार द्वारा सभी कॉमर्शियल वाहनों में इसे लगाने निर्देश जारी किया गया था. जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया था कि प्रथम चरण में सबसे पहले 31 मार्च तक सभी स्कूल बसों में इस यंत्र को लगवाये. जो ऐसा नहीं करते है उन स्कूल संचालकों के वाहनों जब्त करते हुए उनके ऊपर कानूनी कार्रवाई करे.
31 मार्च तक ही लगाना था स्पीड गवर्नर
फाइनेंस कर्मी से 2.26 लाख रुपये छीने
बदमाशों ने रुपये से भरा बैग झपटा
सकरा : सुजावलपुर चौक स्थित मिठाई दुकान पर शुक्रवार को हैदरावाद से मजदूरी कर लौट रहे सिराजावाद निवासी रघुनाथ राय से बदमाशों ने वैग सहित 39 हजार रुपये उड़ा लिये. पीड़ित ने मामले की शिकायत थाने में की. स्थानीय लोगों तीनों बदमाशों को पकड़ पुलिस के हवाले कर दिया. लेकिन रुपये नहीं मिलने पर पुलिस ने तीनों को छोड़ दिया. पीड़ित ने बताया कि वह हैदरावाद से काठगोदाम एक्सप्रेस से उतरकर घर जा रहा था. मिठाई लेने दुकान पर गये.
बैग दुकान में टेबुल पर रखकर मिठाई लेने लगा. बैग में 39 हजार नकदी थी. तभी बदमाशों ने बैग लेकर फरार हो गया.