जुलाई से सभी विश्वविद्यालय शुरू करेंगे ऑनलाइन कोर्स
उच्च शिक्षण संस्थानों में अगले सत्र (जुलाई 2018) से ऑनलाइन कोर्स शुरू होंगे. इससे छात्रों को मनचाहे विषयों की जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सकेगी. इसके लिए यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पत्र भेजकर जून तक प्रक्रिया पूरी कर लेने को कहा है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश पर यूजीसी ने […]
उच्च शिक्षण संस्थानों में अगले सत्र (जुलाई 2018) से ऑनलाइन कोर्स शुरू होंगे. इससे छात्रों को मनचाहे विषयों की जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सकेगी. इसके लिए यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पत्र भेजकर जून तक प्रक्रिया पूरी कर लेने को कहा है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश पर यूजीसी ने मूक (मैसिव ओपेन ऑनलाइन कोर्सेज) की शुरुआतकी है.
यूजीसी के अपर सचिव डाॅ पंकज मित्तल ने कहा है कि ‘स्वयं’ प्लेटफॉर्म के माध्यम से छात्र-छात्राओं के लिए रेगुलेशन 2016 के तहत ऑनलाइन कोर्स की सुविधा शुरू की जा रही है. स्वयं पोर्टल पर सभी कोर्सों की सूची उपलब्ध है. कुलपतियों से कहा है कि छात्र-छात्राओं की जरूरत के अनुसार कोर्स का चयन करके सीनेट/ सिंडिकेट से मंजूरी दिला लें, जिससे अगले सत्र से कोर्स का संचालन किया जा सके.
कभी भी-कुछ भी सीखने की आजादी: ऑनलाइन लर्निंग का सकारात्मक पक्ष यह है कि आप किसी भी विषय या कोर्स में क्लासेज ले सकते हैं. आपको क्लास लेने के लिए कोई टेस्ट पास नहीं करना पड़ता है. आप बायोटेक्नोलॉजी या डिजिटल मार्केटिंग में क्लास लेना चाहते हो, आप अपनी पसंद का कोई भी सब्जेक्ट सीख सकते हैं. एक ही सब्जेक्ट के लिए विभिन्न स्तर के कोर्सेज भी उपलब्ध होते हैं. जैसे नये स्टूडेंट्स के लिए प्रारंभिक स्तर के कोर्सेज और किसी4 सब्जेक्ट के बेसिक टॉपिक्स पर कुछ जानकारी रखनेवाले स्टूडेंट्स के लिए उच्च स्तर के कोर्सेज.
दुनिया भर के छात्रों के साथ जुड़ाव का मौका : मूक के तहत कोई कोर्स करने का निर्णय लेते हैं, तो आपको दुनिया भर के स्टूडेंट्स के साथ इंटरेक्शन्स का मौका मिलेगा. आजकल फोरम्स, पीअर रिव्यू व वस्तविक चर्चा मूक के तहत करवाए जानेवाले अधिकांश कोर्सेज की प्रमुख विशेषताएं हैं. कोर्स इंस्ट्रक्टर्स अपने कोर्स में एनरोल्ड छात्रों के काम पर अन्य छात्रों को रचनात्मक फीडबैक देने के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं.
रुचि वाले विषय में कर सकते हैं अच्छी शुरुआत : कुछ स्टूडेंट्स मूक के तहत कोर्सेज को नये कौशल सीखने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं, जबकि अन्य स्टूडेंट्स इसका उपयोग अपनी विशेषज्ञता या रुचि वाले विषय के मौजूदा टॉपिक्स पर अपने ज्ञान का भंडार बढ़ाने के लिए. यदि आपको क्लास में किसी विशेष विषय के बेसिक्स सिखा दिये गये हैं, आप मूक प्लेटफाॅर्म पर उस विषय की एडवांस स्तर की क्लास ले सकते हैं.
विश्व की प्रमुख यूनिवर्सिटीज के प्रोफेसर भी देंगे गाइडेंस
मूक शुरू करने का एक कारण यह है कि इन कोर्सेज को कोई भी व्यक्ति दुनिया में कहीं भी कर सकता है. आप दुनिया की कुछ सबसे बढ़िया यूनिवर्सिटीज से कोर्स मैटेरियल व बेहतरीन प्रोफेसर से प्रोफेशनल गाइडेंस प्राप्त कर सकते हैं. इनमें से अधिकांश कोर्सेज फ्री हैं. आप इन्हें अपनी सुविधा के हिसाब से पूरा कर सकते हैं. आप किसी ऐसे सब्जेक्ट पर क्लास ले सकते हैं, जो आपके कॉलेज में नहीं पढ़ाया जाता है या आप सिर्फ इसलिये कोई कोर्स करते हैं ताकि आपके ज्ञान का भंडार बढ़े. ऐसे में आप अपनी विशेषज्ञता वाले विषय के किसी टॉपिक पर अन्य प्रोफेसर के विचार जान सकते हैं.