सिक्के बन गये बड़ा बोझ, आम जन से कारोबारी तक परेशान

मुजफ्फरपुर : आम लोगों से लेकर छोटे-बड़े कारोबारियों तक के लिए सिक्के बड़ा बोझ गये हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के निर्देश के बावजूद बैंक सिक्का लेने में आनाकानी कर रहे हैं. दूसरी तरफ व्यापारियों के पास लगातार सिक्का जमा होते जा रहा है. यही नहीं पेट्रोल पंप, बिजली दफ्तर भी आम लोगों से सिक्के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2018 6:17 AM
मुजफ्फरपुर : आम लोगों से लेकर छोटे-बड़े कारोबारियों तक के लिए सिक्के बड़ा बोझ गये हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के निर्देश के बावजूद बैंक सिक्का लेने में आनाकानी कर रहे हैं. दूसरी तरफ व्यापारियों के पास लगातार सिक्का जमा होते जा रहा है. यही नहीं पेट्रोल पंप, बिजली दफ्तर भी आम लोगों से सिक्के नहीं ले रहे.
आरबीआई का निर्देश है कि एक दिन में एक ग्राहक अधिकतम एक हजार रुपये का सिक्का बैंकों में जमा कर सकता है. इसके बावजूद सभी बैंक शाखाओं में सिक्के जमा नहीं हो रहे, कुछ शाखाओं में ही सिक्के जमा हो रहे हैं. बैंकों का अपना तर्क है. उनका कहन है कि शाखाओं में कर्मचारियों की कमी है. ग्राहकों से मिले सिक्के की गिनती कौन करेगा.
चेस्ट में सिक्का रखने के लिए जगह सीमित है. नोट गिनने में समय लगता है तो ग्राहक हंगामा करते है, सिक्का गिनने में तो काफी समय लगता है, एक साथ 20 ग्राहक एक-एक हजार रुपये का सिक्का लेकर आ जाये तो, उस शाखा में बैंकिंग सेवा पूरी तरह चरमरा जायेगी.नॉर्थ बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष मोतीलाल छापड़िया ने बताया कि इसको लेकर चैंबर की ओर से कई बार वित्त मंत्री को पत्र लिखा गया है.
जिसमें बताया गया कि बैंक, बीएसएनएल व बिजली ऑफिस सिक्के लेने से मना कर रही है. अभी सबसे अधिक परेशानी एक रुपये छोटे सिक्के को लेकर है. जिसे बाजार में कोई लेना नहीं चाहता है. बैंक प्रति ग्राहक से एक दिन में 100 रुपये के छोटे एक का सिक्का जमा लें तो काफी हद तक इस परेशानी का समाधान हो जायेगा. लेकिन, ऐसा नहीं होने के कारण इसका असर व्यापार जगत पर रहा है. खासकर छोटे व्यापारी की पूंजी इससे ब्लॉक हो चुकी है.
पेट्रोल पंप पर सिक्का लेने की लिमिट नोटिस
शहर के कई पेट्रोल पंप पर सिक्का को लेकर उसके लिमिट का निर्धारण करते हुए नोटिस लगा दिया गया है. जैसे 20 या 30 रुपये से अधिक का सिक्का स्वीकार नहीं. सबसे अधिक परेशानी एक रुपये के छोटे सिक्के को लेकर है, जिसे कोई लेना नहीं चाहता. पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रामाधार पांडेय ने बताया कि बैंक एक दिन में अधिकतम एक हजार रुपये तक का ही सिक्का लेते है. वहीं हम तो ग्राहक से पैसा लिमिट में लेते है, लेकिन एक भी ग्राहक सिक्का नहीं लेते है. इसलिए अधिक परेशानी है. सबसे अधिक परेशानी बिहार में है बाकी राज्यों में इतनी परेशानी नहीं है. सभी लोग सिक्के का लेन-देन दोनों करने लगें तो कोई परेशानी ही नहीं होगी.

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