केंद्रीय िवद्यालय की कैंटीन में शराब मिलने के मामले में प्राचार्य पर प्राथमिकी
मुजफ्फरपुर : शातिर अपराधी चुन्नू ठाकुर के संरक्षण में केंद्रीय विद्यालय कैंटीन में शराब का कारोबार चल रहा था. कैंटीन संचालक मनोज कुमार को कारोबार की पूरी जिम्मेवारी दी गयी थी. चुन्नू ठाकुर के भय व दबंगई के कारण स्कूल प्रशासन व मुहल्ले के लोग आवाज नहीं उठा रहे थे. यह खुलासा रविवार को काजीमोहम्मदपुर […]
मुजफ्फरपुर : शातिर अपराधी चुन्नू ठाकुर के संरक्षण में केंद्रीय विद्यालय कैंटीन में शराब का कारोबार चल रहा था. कैंटीन संचालक मनोज कुमार को कारोबार की पूरी जिम्मेवारी दी गयी थी. चुन्नू ठाकुर के भय व दबंगई के कारण स्कूल प्रशासन व मुहल्ले के लोग आवाज नहीं उठा रहे थे. यह खुलासा रविवार को काजीमोहम्मदपुर थाने में रविवार को थानेदार बयान पर दर्ज हुई प्राथमिकी से हुआ है.
पुलिस ने चुन्नू ठाकुर, मनोज कुमार, केंद्रीय विद्यालय के वर्तमान प्राचार्य को आरोपित बनाया है. शराब बरामदगी के दूसरे दिन थानेदार व केस के आइओ बीके झा कैंटीन पहुंच कर छानबीन की. इस दौरान कैंटीन के भीतर बंद बुक स्टॉल के कमरे से एक बेड के नीचे से पांच और डायरी बरामद हुई. इसमें कई बड़े अपराधी व सफेदपोशों के नाम पर शराब की डिलिवरी देने की बात लिखी गयी है. इसके बाद पुलिस ने स्कूल के दो गार्डों के समक्ष कैंटीन को सील कर दिया. इधर, पुलिस डायरी में लिखे नामों का सत्यापन कर कार्रवाई में जुट गयी है.
उप प्राचार्य समेत दो से पांच घंटों तक की पूछताछ : शराब बरामदगी को लेकर उप प्राचार्य समेत दो लोगों से पुलिस ने पांच घंटे तक काजीमोहम्मदपुर थाने पर पूछताछ की. पूछताछ के दौरान प्रत्यक्ष रूप से चुन्नू ठाकुर के नाम का जिक्र नहीं किया. लेकिन, अप्रत्यक्ष रूप से कहा कि उसके संरक्षण में ही यह कैंटीन चल रहा है. वह एक बड़ा अपराधी है. उसके खिलाफ बोलने पर कुछ भी कर सकता है. पुलिस ने पूछताछ के बाद दोनों को पीआर बांड पर छोड़ दिया.
शराब बरामदगी के मामले में रिमांड पर लेगी पुलिस: काजीमोहम्मदपुर पुलिस चुन्नू ठाकुर को रिमांड पर लेगी. थानेदार के निर्देश पर केस के आइओ कागजी कार्रवाई पूरी करने में जुट गये हैं. चुन्नू ठाकुर का अभी दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा है. वह पिछले सप्ताह पताही में सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से जख्मी हो गया था.
पुलिस ने कैंटीन संबंधित मांगी जानकारी: स्कूल तात्कालिक प्राचार्य को काजीमोहम्मदपुर थानेदार ने नोटिस करके कैंटीन संबंधित जानकारी
मांगी है.
पत्र में कहा है कि कैंटीन की शुरुआत के बाद से यह किसके अंडर में चल रही थी. कौन-कौन संचालक हुए थे. किस प्रिसिंपल के कार्यकाल में कैंटीन मनोज को दिया गया था. इन बिंदुओं पर जानकारी मांगी गयी है. इससे पहले थानेदार से हुए बातचीत में प्रिसिंपल ने अपनी पोस्टिंग से पहले कैंटीन मनोज को दिये जाने की
बात कही है.