मणिका मठ पर श्रीराम कथा शुरू, धर्मपूर्वक यज्ञ से ही पूर्णाहुति

मुशहरी : मुशहरी प्रखंड के बाबा बनबारी नाथ मठ मणिका में रविवार से शुरू श्रीरामकथा में कथा का श्रीगणेश करते हुए कथावाचक डॉक्टर रामविलास वेदांती जी महाराज ने कहा कि जो व्यक्ति धर्मपूर्वक यज्ञ करेगा, उस यज्ञ की ही पूर्णाहुति पूर्ण होगी. अन्यथा राजा दक्ष की तरह अधर्मपूर्वक यज्ञ करने पर पूर्णाहुति पूर्ण नहीं होगी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2018 4:08 AM
मुशहरी : मुशहरी प्रखंड के बाबा बनबारी नाथ मठ मणिका में रविवार से शुरू श्रीरामकथा में कथा का श्रीगणेश करते हुए कथावाचक डॉक्टर रामविलास वेदांती जी महाराज ने कहा कि जो व्यक्ति धर्मपूर्वक यज्ञ करेगा, उस यज्ञ की ही पूर्णाहुति पूर्ण होगी. अन्यथा राजा दक्ष की तरह अधर्मपूर्वक यज्ञ करने पर पूर्णाहुति पूर्ण नहीं होगी.
वेदांती ने कहा कि तीर्थराज प्रयाग में प्रतिवर्ष मकर संक्रांति के अवसर पर माघ महीने में लाखों संत त्रिवेणी में स्नान करने जाते हैं. एक बार याज्ञवल्क्य ऋषि भी वहां पहुंचे. भारद्वाज ऋषि ने उन्हें प्रणाम कर रामकथा सुनाने का आग्रह किया. उन्होंने याज्ञवल्क्य ऋषि से प्रश्न किया कि मैंने वेदों, पुराणों में राम की कई कथा सुनी है. एक राम दशरथ के पुत्र हैं. एक राम सीता के वियोग में जंगल में रोते मिले. एक राम ने रावण को मारा. मैं यह जानना चाहता हूं कि इनमें से किस राम के नाम लेने से संसार से मुक्ति मिल जाती है.
याज्ञवल्क्य ऋषि ने कहा- भगवान शंकर भगवती सती के साथ रामकथा सुनने के लिये अगस्त्य ऋषि के आश्रम गए. रामकथा सुनने के बाद अगस्त्य ऋषि को भगवान शंकर ने रामभक्ति की दक्षिणा प्रदान की ओर उसके उपरांत वापस लौट रहे थे कि उसी समय सीता के वियोग में रोते हुए राम का दर्शन किया.
भाजपा के राज्यसभा सांसद सह पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर सीपी ठाकुर, विधायक बेबी कुमारी ने प्रवचन सुना. मौके पर यज्ञ आचार्य शैलेश तिवारी जी महाराज, राघवेश दास, सत्येंद्र शर्मा आदि शामिल थे.

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