पानी के लिए पाइप ले जाने को बांध में कर दिया सुराख

मुजफ्फरपुर : अखाड़ाघाट बांध (एसएसपी कोठी)का अस्तित्व फिर खतरे में है. बांध बूढ़ी गंडक पर बनाया गया है. इलाके में एक तरफ बांध की मरम्मत हो रही है, दूसरी तरफ उसमें छेद किया जा रहा है. इससे बाढ़ के दौरान बांध कितने दिनों तक टिक सकेगा, उस पर सवाल है. पिछले साल भी पानी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2018 5:00 AM

मुजफ्फरपुर : अखाड़ाघाट बांध (एसएसपी कोठी)का अस्तित्व फिर खतरे में है. बांध बूढ़ी गंडक पर बनाया गया है. इलाके में एक तरफ बांध की मरम्मत हो रही है, दूसरी तरफ उसमें छेद किया जा रहा है. इससे बाढ़ के दौरान बांध कितने दिनों तक टिक सकेगा, उस पर सवाल है. पिछले साल भी पानी के दबाव से बांध पर खतरा पैदा हो गया था. प्रशासन ने आनन-फानन में बांध की मरम्मत करायी थी. जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता अंजनी सिंह का कहना है मामले की जांच करा कर ऐसा करने वालों पर एफआईआर की जायेगी.

बाढ़ से सुरक्षा के लिए अखाड़ा घाट बांध की मरम्मत करायी जा रही है. पिछले सात दिनों से यहां बोरी में बालू और मिट्टी डाल कर काम किया जा रहा है. ठेकेदार विजय कुमार ने बताया कि सात दिनों में 15 हजार बोरियां मरम्मती में लग चुकी हैं.
एक तरफ बांध
पानी का पाइप ले जाने के लिए कर रहे छेद
बांध के नीचे रहने वाले लोग पानी का पाइप ले जाने के लिए बांध में बड़ा छेद कर रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पार से उस पर तक पानी लाने का रास्ता नहीं है. इसलिए यह उपाय किया जा रहा है. बाद में इसे भर दिया जायेगा. पानी के लिए किये गये इस बड़े छेद से बांध के नीचे की मिट्टी भी भरभराकर गिर रही है. बांध के किनारे कई लोगों ने मवेशी पाल रखा है जिससे बांध को नुकसान पहुंचाता है. हालांकि यहां के लोगों का कहना है कि उनके मवेशी बंधे रहते हैं. वह बांध को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं.
बांध मरम्मत की गुणवत्ता पर सवाल
बांध के किनारे रहने वाले लोगों ने बांध मरम्मती की गुणवत्ता पर सवाल उठाये हैं. उनका कहना है कि बांध मरम्मत में पुरानी बोरियों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इससे वह बरसात होते ही खराब जायेंगी. बांध के नीचे रहने वाली मोनी ने बताया कि तेज धूप में बोरियां सूखेंगी और बरसात में फट जायेंगी. अब भी कई फटी बोरियां लगायी जा रही हैं.
एसएसपी कोठी के पास धंस गयी सड़क
एसएसपी कोठी के पास सड़क अभी से ही धंस गयी है. यहां रहने वाले लोगों में दहशत है कि बारिश के बाद सड़क पूरी तरह खत्म न हो जाये. सड़क के नीचे पिछले साल बना बांध भी खत्म हो चुका है. बोरियों में रखी मिट्टी भी खत्म हो गयी है. स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क धंसने की सूचना जिलाधिकारी तक को दी गयी, उन्होंने आकर देखा भी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. उधर, बाढ़ को देखते हुए रामेश्वर कालेज के पास स्थित स्लुइस गेट की मरम्मत करायी जा रही है. शुक्रवार को यहां मजदूर गेट बनाने और प्लास्टर करने में जुटे थे.
सिकंदरपुर घाट पर जल संसाधन विभाग करवा रहा बांध मरम्मत
सुराख करने वालों पर होगी एफआईआर : मुख्य अभियंता
जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता अंजनी सिंह ने कहा कि अखाड़ा घाट बांध के नीचे जिन लोगों ने भी छेद किया है उन्हें चिह्नित कर उनपर एफआईआर किया जायेगा. लोगों को खुद समझना चाहिए कि बांध उनकी सुरक्षा के लिए बनाया जा रहा है. छेद करने से बांध पर खतरा हो सकता है.

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