बाइक खरीदने को फाइनेंसकर्मी ने ही रची थी चार लाख लूट की साजिश
मुजफ्फरपुर : सदर थाना क्षेत्र के प्रभात नगर में उत्कर्ष फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी रोहित कुमार से चार लाख लूट की घटना का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. कंपनी के कर्मचारी मुरारी कुमार ने ही बाइक खरीदने के लिए लूट की साजिश रची थी. पुलिस ने मुरारी व चंदन कुमार को वैशाली जिले के […]
मुजफ्फरपुर : सदर थाना क्षेत्र के प्रभात नगर में उत्कर्ष फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी रोहित कुमार से चार लाख लूट की घटना का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. कंपनी के कर्मचारी मुरारी कुमार ने ही बाइक खरीदने के लिए लूट की साजिश रची थी. पुलिस ने मुरारी व चंदन कुमार को वैशाली जिले के बिद्दूपुर थाना क्षेत्र के खपूरा गांव से शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि घटना में फरार अपराधी धर्मेंद्र कुमार व समेत अन्यअपराधियों की भी पुलिस ने शिनाख्त कर ली है. उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.
मोबाइल पर चंदन से पैसे की बात करने पर पकड़ाया मुरारी: लूट के बाद मुरारी शहर में ही रूक गया. अगले दिन उसने फोन पर चंदन से पैसा सुरक्षित रखने की बात की. यह बात पुलिस को मोबाइल सर्विलांस के आधार पर पता चल गयी. उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने अपनी संलिप्तता स्वीकार की. उसकी निशानदेही पर वैशाली से 78 हजार नकदी के साथ चंदन को गिरफ्तार किया गया.
नौ जून को खपूरा में बनी थी लूट की साजिश: मुरारी नौ जून को ऑफिस से छुट्टी लेकर अपने गांव खपूरा गया था. वहां चंदन से बाइक खरीदने के लिए पैसे की जरूरत होने की बात कही. इसके बाद दोनों ने लूट के प्लान बनाये. इसके लिए रेप केस में जेल में बंद कुख्यात अपराधी अरविंद गोप के भाई धर्मेंद्र व उसके साथियों को शामिल किया. मिठनपुरा से 38 लाख लूट में शामिल अंबानी गिरोह से अरविंद जुड़ा है.
11 जून को धर्मेंद्र व चंदन ने की थी रेकी: लूट का प्लान तैयार होने के बाद 11 जून को धर्मेंद्र व चंदन शहर आया. दिनभर उत्कर्ष फाइनेंस कंपनी के ऑफिस के बाहर खड़ा होकर रेकी की. रात को मुरारी के यहां रुक गया. 12 जून की सुबह वैशाली से दो बाइक पर सवार चार और अपराधी आये. दोपहर करीब तीन बजे जैसे की कंपनी का कैश निकला. मुरारी ने धर्मेंद्र को फोन पर इसकी सूचना दी. इसके बाद प्रभातनगर में लूट की वारदात को अंजाम दिया.
हिस्से में चंदन और मुरारी को मिले थे 78 हजार: लूटकांड की साजिश रचने वाले को चंदन व मुरारी को हिस्से में मात्र 78 हजार रुपये मिले थे. बाकी पैसे कुख्यात अपराधी धर्मेंद्र ने अपने साथियों में बांट लिये थे. कम पैसा मिलने पर चंदन व मुरारी का उससे मनमुटाव भी हुआ था.