डीएस, डॉक्टर व अस्पताल प्रबंधक पर होगी कार्रवाई

मुजफ्फरपुर : सकरा में बच्ची के साथ हुए गैंगरेप के बाद इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचने पर पांच घंटे देरी करने के मामले में डीएम ने उपाधीक्षक डॉ एनके चौधरी, डॉ मीना मिश्रा व अस्पताल प्रबंधक प्रवीण कुमार पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि जो जांच टीम बनी थी, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 20, 2018 6:01 AM
मुजफ्फरपुर : सकरा में बच्ची के साथ हुए गैंगरेप के बाद इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचने पर पांच घंटे देरी करने के मामले में डीएम ने उपाधीक्षक डॉ एनके चौधरी, डॉ मीना मिश्रा व अस्पताल प्रबंधक प्रवीण कुमार पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि जो जांच टीम बनी थी, उसने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बच्ची के इलाज में इन तीनों लोगों ने लापरवाही बरती है.
इस कारण बच्ची के इलाज में पांच घंटे देरी हुई. जांच टीम में शामिल अपर समाहर्ता अतुल कुमार व वरीय उप समाहर्ता अनिल कुमार ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा है कि पीड़िता को लेकर पुलिस करीब डेढ़ बजे सदर अस्पताल पहुंच गयी थी. इसके बाद पुलिस उसे उपाधीक्षक के कक्ष में लेकर गयी. मेडिकल टीम का गठन उपाधीक्षक करते हैं, लेकिन उपाधीक्षक ने कोई भी मेडिकल टीम बनाने का निर्देश नहीं दिया. इसके बाद जब महिला डॉक्टर की खोजबीन की गयी, तो वह भी नहीं मिली. जबकि, उस समय महिला चिकित्सक डॉ मीना मिश्रा की ड्यूटी थी.
साथ ही अस्पताल प्रबंधक, जिनकी ड्यूटी सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक होती है, वह भी अपनी ड्यूटी पर नहीं थे.
इस कारण पीड़िता का इलाज शाम पांच बजे शुरू किया गया. सकरा में बच्ची के साथ हुए गैंगरेप के बाद सकरा थाना पुलिस इलाज के लिए सदर अस्पताल लायी थी. लेकिन बच्ची दर्द से सदर अस्पताल में कराहती रही, लेकिन उसका इलाज तत्काल शुरू नहीं हुआ. बच्ची का इलाज पांच घंटे बाद शुरू किया गया.
इन तीन को देरी के लिए माना गया जिम्मेवार
डॉ एन के चौधरी उपाधीक्षक
पॉक्सो के तहत चिकित्सकों की टीम का गठन नहीं किया. इस कारण पीड़िता का इलाज समय से प्रारंभ नहीं
किया गया.
डॉ मीना मिश्रा
रोस्टर के अनुसार इनकी ड्यूटी निर्धारित थी. लेकिन उस समय वह अपनी ड्यूटी पर उपस्थित नहीं थी. जिस कारण पीड़िता का इलाज शुरू नहीं हो सका़.
प्रवीण कुमार, प्रबंधक
अस्पताल में उपस्थित होने के बाद भी पीड़िता का समय पर इलाज शुरू नहीं किये. जो कागजात व साक्ष्य के आधार पर विलंब से इलाज शुरू कराने के लिए जिम्मेवार.

Next Article

Exit mobile version