स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 17 मेडिकल टीमें गठित

मुजफ्फरपुर : मॉनसून शुरू होने से पहले ही जिला प्रशासन बाढ़ से निबटने की तैयारी में जुट गया है. प्रशासन ने तटबंधों की निगरानी के लिए 245 होमगार्ड जवानों की तैनाती की है.प्रत्येक एक किलोमीटर की दूरी पर एक होमगार्ड जवान मौजूद रहेंगे. संवेदनशील स्थानों पर आपदा की स्थिति से निबटने के लिए बालू, गिट्टी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 24, 2018 3:13 AM
मुजफ्फरपुर : मॉनसून शुरू होने से पहले ही जिला प्रशासन बाढ़ से निबटने की तैयारी में जुट गया है. प्रशासन ने तटबंधों की निगरानी के लिए 245 होमगार्ड जवानों की तैनाती की है.प्रत्येक एक किलोमीटर की दूरी पर एक होमगार्ड जवान मौजूद रहेंगे. संवेदनशील स्थानों पर आपदा की स्थिति से निबटने के लिए बालू, गिट्टी व सीमेंट की बोरी रखी जायेंगी.
जवान एक शेड बनाकर रेन कोट, छाता, जेनेरेटर सेट व टार्च रखेंगे. संकटग्रस्त क्षेत्र के लिए एक बचाव दल का गठन किया गया है. इसमें अंचलाधिकारी 5-10 लोगों की टीम बनायेंगे.सरकारी कैलेंडर में हर वर्ष 15 जून से 15 अक्तूबर तक बाढ़ का समय माना जाता है. लिहाजा, इस दिशा में प्रशासन की आेर से कार्रवाई शुरू हो गयी है.
जिले के औराई, कटरा, गायघाट व साहेबगंज प्रखंड सबसे अधिक बाढ़ से प्रभावित होता है. बाढ़ पूर्व तैयारी की कड़ी में तटबंधों की सुरक्षा, ऊंचे व सुरक्षित ठिकानों की पहचान, नावों की मरम्मत व पंजीयन, वर्षा मापक यंत्र की स्थापना, संकट ग्रस्त क्षेत्र व समूह की पहचान, राहत सामग्री की व्यवस्था आदि का काम शुरू कर दिया गया है. दवा, पशुचारा, गोताखोर प्रशिक्षण, राहत-बचाव दल का गठन, सड़कों की मरम्मत आदि का काम भी शुरू हो गया है.
स्वास्थ्य सेवा के लिए 17 मोबाइल मेडिकल टीम गठित
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 17 मोबाइल टीमें गठित की गयी हैं. बड़े शरण स्थलों पर मेडिकल कैंप लगेंगे. शुद्ध पेयजल के लिए 50 हजार हैलोजन टेबलेट, सर्पदंश, रेबिज की दवा का भंडारण पीएचसी में किया गया है. प्राथमिक व अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार की सुविधा रखने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया है. पीएचइडी को शरण स्थलों पर चापाकल गाड़ने एवं नीचे वाले स्थान पर वाले चापाकल को ऊंचा करने के लिए कहा गया है.

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