नशे की दवा खिला करते थे बच्चियों का यौन शोषण
मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर स्थित बालिका गृह में यौन शोषण के मामले में पीड़ित बालिकाओं ने जो बयान दर्ज कराये हैं, वे भयावह हैं. लड़कियों का कहना है कि रात में उन्हें एक गोली दी जाती थी, जिसे खाने के बाद उन्हें नींद आ जाती थी. फिर उनके साथ गलत काम होता था. यह गोली उन्हें […]
मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर स्थित बालिका गृह में यौन शोषण के मामले में पीड़ित बालिकाओं ने जो बयान दर्ज कराये हैं, वे भयावह हैं. लड़कियों का कहना है कि रात में उन्हें एक गोली दी जाती थी, जिसे खाने के बाद उन्हें नींद आ जाती थी. फिर उनके साथ गलत काम होता था. यह गोली उन्हें एक महिला द्वारा (जिसे वे आंटी कहती थीं) कीड़े की दवा कह कर दी जाती थी. एक लड़की ने कहा है कि उन्हें इंजेक्शन देकर बगीचे में ले जाकर जाकर उनके साथ गलत काम किया जाता था.
बालिका गृह से बरामद सभी 22 लड़कियों का बयान मधुबनी, मोकामा व पटना में दर्ज किया गया, जिसे सोमवार को यहां न्यायालय में जमा किया गया. बालिका गृह में रहनेवाली एक किशोरी ने न्यायालय के सामने 164 के तहत दिये बयान में महिला व पुरुष कर्मचारियों की करतूतों की पोल खोल दी है.
मुजफ्फरपुर स्थित बालिका गृह का संचालन एक स्वयंसेवी संस्था द्वारा किया जाता था. हाल ही में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की टीम ने यहां चल रही गड़बड़ियों को उजागर किया. इसके बाद संस्था के संचालक, मकान मालिक और कई सरकारी अफसरों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किये किये. रविवार को इसी सिलसिले में पुलिस ने बाल संरक्षण अधिकारी रवि रौशन को गिरफ्तार किया था. इस मामले में ब्रजेश ठाकुर समेत अबतक नौ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
एक किशोरी की हुई थी मौत
एक बच्ची ने अपने बयान में यहां तक बताया कि कर्मचारियों के उत्पीड़न का विरोध एक लड़की ने किया था. उसी दिन शाम को संदिग्ध हाल में उसकी मौत हो गयी. बाथरूम में उसकी लाश मिली थी. एक बच्ची ने दर्ज बयान में बताया कि कुछ दिनों पहले उत्पीड़न से तंग आकर एक लड़की भाग गयी थी. उसे पकड़ कर लाया गया और सबके सामने ही उसकी डंडे से पिटाई की गयी. उसे बहुत चोट आयी.
बच्चियों ने कहा, सुबह उठने पर भारी रहता था िसर, पेट में होता था दर्द
बालिकाओं ने अपने 164 के तहत दिये बयान में कहा है कि आंटी रात में कीड़े की दवा कह कर नशे की गोली जबरदस्ती खिला देती थी, जिससे रात में मुझे नींद आ जाती. सुबह नींद खुलने पर सिर भारी हो जाता था, लेकिन कुछ पता नहीं चला. कुछ दिनों बाद जब पेट में दर्द शुरू हुआ, तब पता चला कि मेरे साथ गलत काम हो रहा था. एक किशोरी ने तस्वीरों के आधार पर दो लोगों की पहचान की, जिसमें बताया कि एक व्यक्ति इंजेक्शन लगाता था और दूसरा उसे बगीचे में ले जाकर गलत काम करता था.
कई बच्चियों ने अपने बयान में किरण व मीनू का नाम लिया और बताया कि रात में वह उन्हें जबरदस्ती नशे की दवा खिलाती थी. इसके बाद उनके साथ क्या होता, यह मालूम नहीं होता. बताया कि सुबह उठने पर पेट दर्द होता था. शिकायत करने पर कोई सुनने वाला नहीं था. कई लड़कियों ने रसूखदारों पर मारपीट व यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाये हैं.
एक महिलाकर्मी के बारे में बताया कि वह रात में बच्चियों के साथ गलत हरकत करती थी. लड़कियों ने अपने बयान में ब्रजेश ठाकुर, रौशन, दिवाकर, विकास और राजेश का भी नाम लिया है. लड़कियों ने आपबीती में जानकारी दी कि किस तरह उनके साथ गलत काम होता रहा. इनकार करने पर उनके साथ मारपीट की गयी और तरह-तरह से प्रताड़ित किया गया. कई लड़कियों ने स्वीकार किया कि उनके साथ कभी कुछ गलत नहीं हुआ, लेकिन खाना बनवाने के साथ ही झाड़ू-पोंछा लगाने के लिए बार-बार प्रताड़ित किया जाता रहा.