एडमिट कार्ड-रजिस्ट्रेशन के पैसे वसूलते हैं!, ट्रांसफर के बाद आपके छात्र सीटी बजायेंगे
मुजफ्फरपुर : बिना काम किये पैसा लेना सबसे बड़ा भ्रष्टाचार है. गलत संसाधन से सही उद्देश्य की पूर्ति नहीं होती है. शिक्षकों को अपनी जिम्मेवारी समझनी चाहिए. शिक्षा की हत्या कर आप चैन से नहीं बैठ सकते हैं. शिक्षा देने से आजीवन पुण्य मिलता है. उक्त बातें डीएम मो सोहैल ने मंगलवार को डीआरसीसी में […]
मुजफ्फरपुर : बिना काम किये पैसा लेना सबसे बड़ा भ्रष्टाचार है. गलत संसाधन से सही उद्देश्य की पूर्ति नहीं होती है. शिक्षकों को अपनी जिम्मेवारी समझनी चाहिए. शिक्षा की हत्या कर आप चैन से नहीं बैठ सकते हैं. शिक्षा देने से आजीवन पुण्य मिलता है. उक्त बातें डीएम मो सोहैल ने मंगलवार को डीआरसीसी में शिक्षा की गुणवत्ता पर आयोजित कार्यशाला में हाइस्कूल के प्रधानाध्यापकों से कही.
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार बजट का एक तिहाई हिस्सा शिक्षा पर खर्च करती है. लेकिन, शिक्षा व्यवस्था संतोषजनक नहीं है. शिक्षक व एचएम को बच्चों की शिक्षा के लिए प्लान तैयार कर काम करना होगा. विपन्नता में संपन्नता का निर्माण नहीं कराया, तो आपका क्या महत्व है. आज शिक्षक के स्थानांतरण पर खुशियां मनायी जाती है. लेकिन, ऐसा शिक्षक बनना चाहिए, जिसके ट्रांसफर के बाद बच्चे राेएं. डीएम ने एचएम की कार्यशाला के दौरान हौसला बढ़ाने के साथ-साथ चेताया भी.
उन्होंने कहा कि अच्छे काम करने वाले शिक्षकों को पुरस्कृत किया जायेगा. लेकिन, जिनके बारे में शिकायत मिलेगी, उनके खिलाफ कार्रवाई भी होगी. विद्यालय बंद मिलने पर एचएम को निलंबित किया जायेगा. उन्होंने कहा कि उनके पास सवा दो सौ से अधिक कर्मी हैं. 240 विद्यालय की जांच कराने में अधिक समय नहीं लगेगा. प्रत्येक दिन सुबह दस बजे से साढ़े दस बजे व दोपहर तीन से चार के बीच स्कूलों की जांच करायी जायेगी. एक दिन में उनके कर्मी तीन स्कूलों की जांच करेंगे. जांच रिपोर्ट उनके व्हाट्सअप पर भेजी जायेगी. दोषी पाये जाने पर नियमित शिक्षक को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई होगी.
डीएम ने स्कूलों में ड्रॉप आउट खत्म करने के लिए कई दिशा निर्देश दिये. उन्होंने एचएम से कहा कि वे अपने स्कूल के शिक्षकों को पोषक क्षेत्र के मुहल्लों को बांट दें. संबंधित शिक्षक प्रत्येक शनिवार को उस मुहल्ले में जाकर अभिभावक के साथ बैठक कर बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करें. साथ ही प्रत्येक माह में दस तारीख को स्कूल में अभिभावक के साथ मीटिंग करने का निर्देश दिया. लगातार सात दिन स्कूल नहीं आने वाले बच्चों का नाम काटने का निर्देश दिया.
डीएम ने सभी स्कूलों में रूटीन लागू करने, बच्चों का सिलेबस तैयार करने, स्कूल में कार्यरत विषयवार शिक्षकों की सूची नाम के साथ दीवार पर चिपकाने का निर्देश दिया. बैठक में कई स्कूलों के एचएम ने शिक्षकों की कमी को उठाया. इस पर डीएम ने सभी बीइओ व डीइओ को निर्देश दिया कि विषयवार शिक्षकों की सूची बनाकर आस-पास के स्कूलों में भेजें. इससे किसी भी विद्यालय में पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी.
उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटने के साथ उनकी नौ कार व आठ बाइक फूंक दी. इसके बाद लड़की के घर पर धावा बोल दिया. दुल्हन के साथ-साथ परिजनों और रिश्तेदारों को भी पीटा. साथ ही घर में रखी नकदी, सामान व जेवर लूट ले गये. बवाल के चलते दूल्हा सहित बराती रात में ही वापस लौट गये.